देहरादून: क्षेत्रीय संपर्क योजना (उड़ान) के अंतर्गत हेलीकाप्टर सेवाओं के लिए 14 वायुयान मार्गों और एयरलाइन ऑपरेटरों का चयन भारत सरकार ने किया है। सभी निजी हवाई सेवा संचालकों के माध्यम से नागर विमानन मंत्रालय (डीजीसीए), भारत सरकार द्वारा संचालित की जाएगी। मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह ने शुक्रवार को सचिवालय में उड़ान (उड़े देश का आम नागरिक) के बारे में बैठक की।
मुख्य सचिव ने निर्देश दिए कि पहले चरण में पिथौरागढ़ फिक्स्ड विंग हेलिपैड और चिन्यालीसौड़, गोचर, हल्द्वानी, सहस्त्रधारा हेलीपोर्ट का संचालन 4 अक्टूबर 2018 तक शुरू हो जाय। गौरतलब है कि 4, 5 अक्टूबर 2018 को उत्तराखंड में इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन किया जा रहा है। समिट का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किया जाना प्रस्तावित है। बैठक में अपर मुख्य सचिव ओमप्रकाश ने नागरिक उड्डयन विभाग को निर्देश दिए कि सभी तैयारियां समय से पूरी कर लें। पुलिस बल की, फायर मैन की विशेष ट्रेनिंग और तैनाती सुनिश्चित करें। अवस्थापना सुविधाएं और उपकरण डीजीसीए द्वारा उपलब्ध कराई जाएगी। हवाई सेवाओं के लिए राज्य सरकार एटीएफ पर छूट, रियायती दर पर बिजली और पानी, हवाई अड्डों पर निःशुल्क सुरक्षा और अग्निशमन आदि सुविधाएं दी जा रही हैं। बैठक में बताया गया कि उत्तराखंड पुलिस के 108 जवानों की तैनाती हेलिपैड और हेलीपोर्ट पर की जानी है। अलग-अलग चरणों में इनकी ट्रेनिंग ब्यूरो ऑफ सिविल एविएशन सिक्योरिटी दिल्ली द्वारा दी जा रही है। डीजीसीए ने स्थल का निरीक्षण कर रिपोर्ट ‘मोका’ (मिनिमम ऑब्स्ट्रिक्शन क्लीयरेंस एल्टीट्यूड) को दे दिया है। बताया गया कि पिथौरागढ़, चिन्यालीसौड़, गौचर में राज्य सरकार की एयर स्ट्रिप है। इसे हेलिड्रोम में विकसित किया जा रहा है। जबकि सहस्त्रधारा में हेलिड्रोम और हल्द्वानी में हेलिपैड पहले से ही उपलब्ध है।