रुद्रप्रयाग: बुधवार दोपहर करीब 11.30 बजे तृतीय केदार तुंगनाथ मंदिर के कपाट शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए। कपाट बंद करने के दौरान काफी संख्या में श्रद्धालु तुंगनाथ मंदिर पहुंचे। पूजा अर्चना के पश्चात स्वयंभू शिवलिंग को समाधि दी गई।
इसके साथ ही चल विग्रह डोली ने शीतकालीन गद्दी स्थल मक्कूमठ की ओर प्रस्थान किया। उत्सव डोली आज पहले पड़ाव चोपता में विश्राम करेगी। उत्सव डोली सात नवंबर को भनकुन में प्रवास करेगी। आठ नवंबर को यहां से रवाना होकर शीतकालीन गद्दीस्थल मक्कूमठ पहुंचेगी। जानकारी के मुताबिक, इस साल 16 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने बाबा तुंगनाथ के दर्शन किए।