रुद्रप्रयाग: भगवान मद्महेश्वर के कपाट शीतकाल के लिए बंद हो गए हैं। भगवान की चल विग्रह उत्सव डोली के शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ आगमन पर 23 से 25 नवंबर तक तीन दिवसीय मेले का आयोजिन किया गया। मेला तैयारियों को लेकर समिति और उप समितियों का गठन कर जिम्मेदारी सौंपी गई थी। जिसके बाद आज जीआईसी ऊखीमठ में त्रिदिवसीय मदमहेश्वर मेले का उद्धघाटन किया गया। आपको बता दें कि आज श्री श्री 108 जोतिर्लिंग भीमा शंकर महाराज द्वारा किया गया। साथ ही मेले के शुभारंभ के साथ बॉलीबॉल और बैडमिंटन खेल का शुभारम्भ किया गया। साथ ही मेला समिति द्वारा अपने अपने क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले अथितियों को भी सम्मानित किया गया। जिसमें मुख्यमंत्री से सम्मानित 2017 शिल्पकार रत्न दिनेश चंद्र, बसंती रावत, संदीप पुष्पवान और कई लोग शामिल थे। बता दे कि भगवान मद्महेश्वर भगवान की डोली 24 नवंबर को शीतकालीन गद्दी स्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में विराजमान होगी। इससे पूर्व विधि-विधान के साथ मद्महेश्वर धाम के कपाट 21 नवंबर को शीतकाल के लिए बंद हुए। इसी दिन डोली रात्रि प्रवास के लिए गौंडार गांव पहुंचेगी। 22 नवंबर को डोली गौंडार से प्रस्थान कर रांसी, 23 को रांसी से प्रस्थान कर रात्रि प्रवास के लिए गिरिया गांव पहुंचेगी।