नैनीताल: सरोवर नगरी नैनीताल में जब से नये पानी के मीटर लगाये गए हैं, जल संस्थान अपनी मन मर्जी से जनता के ऊपर बिल लाद दे रहा है। जिसका आज व्यापार मंडल के सदस्यों ने घोर विरोध कर व्यापार मंडल चौक पर धरना प्रदर्शन किया। मजबूरन जल संस्थान के अधिकारियों व कर्मचारियों को मौके पर आना पड़ा। लगातार बढ़ रहे पानी के बिलों को लेकर प्रांतीय व्यापार मंडल मल्लीताल के व्यपारियों में काफी रोष है। व्यापार मंडल के अध्यक्ष किशन सिंह नेगी के नेतृत्व में व्यापारियों ने अधिशासी अभियंता को ज्ञापन देकर धरना प्रदर्शन किया। व्यापार मंडल ने ज्ञापन में मांग की है कि व्यापारी वर्ग के साथ साथ आम जनता के पानी के बिल जरूरत से ज्यादा आ रहे हैं।
जब व्यापार मंडल के सदस्यों ने शपथ ग्रहण किया था, तब उस समय भी केबिनेट मंत्री यशपाल आर्य व विधायक को तमाम समस्याओं से अवगत करवाया गया था पर कोई निर्णय न होने पर व्यापार मंडल ने आज पुनः धरना प्रदर्शन कर एक बार फिर आगाह किया है। आज सुबह से मल्लीताल के रामलीला मैदान के समीप व्यापार मंडल चौक पर व्यपारियों ने बढ़ रहे पानी के बिलों को लेकर अधिशासी अभियंता जल संस्थान का विरोध कर धरना प्रदर्शन किया।
इस दौरान प्रंतीय उद्योग व्यापार मंडल मल्लीताल अध्यक्ष किशन सिंह नेगी ने कहा कि बढ़ रहे पानी के बिलों को ठीककिया जाये। उन्होंने कहा कि नैनीताल शहर में जल संस्थान नैनीताल द्वारा पानी के बिलों में घोर अनियमितताएं व्याप्त हैं। विभाग द्वारा समय पर मीटरों की रीडिंग नही ली जाती, जिस वजह से पानी के बिल हजारों व लाखों में मनमाने ढंग से दिए जा रहें हैं। जिससे नगर के कई परिवार प्रभावित हो रहें हैं व व्यापारियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा हैं। उन्होंने कहा कि सरकारी विभाग की यह व्यवस्था खुली लूट का परिचायक है जिससे नैनीताल के व्यापारियों सहित आम जनमानस में विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों व कर्मचारियों के प्रति काफी रोष है।
किशन नेगी ने कहा कि जल संस्थान मीटरों की रीडिंग की व्यवस्था को दुरुस्त करें। जल संस्थान जल्द से जल्द इस समस्या का समाधान करें। नही तो प्रांतीय व्यापार मंडल नैनीताल जनता को लेकर आंदोलन करने के लिए तत्पर रहेगा।
इस दौरान महासचिव त्रिभुवन फर्त्याल, बरिष्ट उपाध्यक्ष राजेश वर्मा, कनिष्ठ उपाध्यक्ष रईश खान, महिला उपाध्यक्ष भारती कैड़ा, उपसचिव परीक्षित साह, कोषाध्यक्ष सिद्धार्थ छेत्री, समेत दर्जनों ब्यापारी मौजूद थे।