नई दिल्ली: केरल में सबरीमाला मंदिर पर विवाद खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। एक बार फिर बुधवार सुबह दो महिलाओं ने पुरुषों का भेष धारण करके मंदिर के भीतर प्रवेश करने की कोशिश की। जिसके बाद यहां माहौल काफी तनावपूर्ण हो गया है। इस दौरान दर्शनकारियों ने उन्हें नीलिमला के पास रोक दिया। पुलिस मौके पर मौजूद है। बताया जा रहा है कि महिलाओं बेस कैंप पार कर चुकी हैं जिसके बाद प्रदर्शनकारियों ने करीब 1 किमी के दायरे में उन्हें घेर लिया। करीब 2 हजार लोग वहां मौजूद हैं।
आज मंदिर के भीतर दो महिलाएं जिनकी उम्र तकरीबन 30 वर्ष है, उन्होंने मंदिर के भीतर प्रवेश करने की कोशिश। रेशमा और सनीला नाम की महिलाओं ने तकरीबन 5.5 किलोमीटर की चढ़ाई करने के बाद मंदिर पहुंची थी, लेकिन प्रदर्शनकारियों ने उन्हें रोक दिया। दरअसल मंदिर में दर्शन करने के लिए इन महिलाओं ने काफी सुबह का समय चुना था, जिससे कि उन्हें प्रदर्शनकारियों का सामना नहीं करना पड़े। लेकिन दोनों मंदिर के भीतर प्रवेश करने में विफल रहीं।
दोनों महिलाओं ने बताया कि पुलिस ने उन्हें सुरक्षा का भरोसा दिया था इसीलिए वह मंदिर के दर्शन करने के लिए आई थीं। लेकिन जब हालात बिगड़ गए तो पुलिस ने हाथ खड़े कर दिए। जिसके बाद महिलाओं को वापस बेस कैंप पांबा ले जाया गया, जहां उन्हें दो घंटे तक रोका गया। महिलाओं का आरोप है कि पुलिस ने सुरक्षा देने का वायदा किया था, बावजूद इसके स्थिति बिगड़ने पर पुलिस ने अपने हाथ खींच लिए, जिसकी वजह से हम मंदिर के भीतर नहीं जा सके।
गौरतलब है कि पिछले वर्ष सुप्रीम कोर्ट ने मंदिर के भीतर हर उम्र की महिलाओं के प्रवेश की इजाजत दे दी थी। मंदिर के भीतर सदियों से यह परंपरा चली आ रही थी कि यहां 10 वर्ष से लेकर 50 वर्ष तक की उम्र की महिलाओं को प्रवेश की इजाजत नहीं थी। लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने इस पाबंदी को हटा दिया था। कोर्ट के आदेश के बाद से लगातार बड़ी संख्या में श्रद्धालु इस फैसले का विरोध कर रहे हैं और मंदिर के भीतर महिलाओं को प्रवेश करने से रोक रहे हैं।