पिथौरागढ़: मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने शनिवार को पिथौरागढ़ का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने जिला अस्पताल में हंस फाउण्डेशन के सहयोग से बनाये गए आईसीयू वार्ड का उद्धघाटन किया। इसके साथ ही पिथौरागढ़ जिला अस्पताल सूबे का पहला अस्पताल बन गया है जहाँ विश्व स्तरीय सुविधाओं से युक्त आईसीयू की स्थापना की गयी है।
दशकों से बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं के लिए जूझ रहा सीमांत जनपद पिथौरागढ़ की जनता को शनिवार को आईसीयू की सौगात मिल गयी है। हंस फाउंडेशन के सहयोग से जिला चिकित्सालय में 5 बेड के विश्व स्तरीय सुविधाओं से युक्त आईसीयू यूनिट स्थापित की गई है। जिसका उद्घाटन सूबे के मुखिया त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने किया। इस मौके पर त्रिवेंद्र रावत ने कहा कि, उनकी सरकार सूबे के दूरस्त क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधा पहुँचाने के लिए प्रयासरत है और जल्द ही सूबे के अन्य सुदूरवर्ती जिलों उत्तरकाशी, चमोली, टिहरी और पौड़ी के जिला अस्पताल में भी इस तरह के आईसीयू बनाये जायेंगे। ताकि पहाड़ के लोगों को अपने घर में भी बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मिल सके। इस मौके पर उन्होंने पिथौरागढ़ ज़िले के लिए जल्द ही 30 डॉक्टर्स की तैनाती की घोषणा भी की। वहीँ स्थानीय विधायक और कैबिनेट मंत्री प्रकाश पन्त ने ज़िले में स्वास्थ्य सुविधाओं में इजाफे के लिए हंस फाउंडेशन और मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया।
आईसीयू के साथ ही हंस फाउण्डेशन द्वारा सूबे के लिए 21 मेडिकल वैन और 2 मेमोग्राफी सुविधा युक्त वैन को भी मुख्यमंत्री ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। ये सभी मेडिकल वैन सूबे के दूरस्त क्षेत्रों में जाकर लोगों को चिकित्सा सुविधा मुहैया कराएँगी। हंस फाउण्डेशन की डारेक्टर मंगला माता ने कहा कि, पहाड़ की महिलाओं के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए उनकी संस्था ने महिलाओं के लिए विशेष मेमोग्राफी बनाई है जो, पहाड़ के अलग-अलग इलाकों में जाकर उन्हें स्वास्थ्य सुविधायें प्रदान करेंगी।