उत्तरकाशी: नगर पालिका बाड़ाहाट उत्तरकाशी के विस्तारीकरण के विरोध में कलेक्ट्रेट परिसर में बैठे ग्रामीणों को विश्वास था कि उनके बीच आकर शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक वार्ता करेंगे लेकिन समीक्षा बैठक के बाद जब मंत्री गाड़ी में बैठकर सीधे चलते बने तो ग्रामीण आग बबूले होकर प्रदेश सरकार व प्रभारी मंत्री के विरोध में नारेबाजी करने लगे। जिसके बाद किसी तरह से प्रशासन के समझाने पर ग्रामीण शांत हुए। जबकि मंत्री से वार्ता करने गए शिष्टमंडल की वार्ता भी पूरी तरह से विफल रही।
शुक्रवार को जिले के प्रभारी मंत्री के जनपद आगमन की सूचना मिलने के बाद नगर पालिका का विस्तारीकरण कर रहे 16 गांव के ग्रामीण सुबह से ही कलेक्ट्रेट परिसर पहुंचे लेकिन प्रभारी मंत्री समीक्षा बैठक से धरना स्थल पर ग्रामीणों से बात करने के बजाए सीधे चलते बने। ग्रामीण मंत्री को गाड़ी में बैठता देख अपना आपा खो बैठे और मौके पर मौजूद अधिकारियों व विधायकों की गाड़ी के आगे लेट गए।
वहीं धरना स्थल पर उपस्थित महिलायें व बुजुर्ग तथा युवा प्रदेश सरकार के विरोध में नारेबाजी करने लगे। आंदोलन उग्र होते देख डीएम आशीष चौहान ग्रामीणों के बीच पहुंचे और उनको समझाने का प्रयास किया। इसके बाद शहरी विकास मंत्री से ग्रामीणों का एक शिष्टमंडल वार्ता करने को पहुंचा। जिस पर ग्रामीणों की बात को कैबिनेट में रखने का भले ही आश्वासन दिया गया हो लेकिन ग्रामीणों का कहना है, कि जब तक पालिका विस्तारीकरण का शासनादेश निरस्त नहीं किया जाता है, धरना प्रदर्शन जारी रहेगा।