बागेश्वर: सांसद प्रदीप टम्टा द्वारा गोद लिया गया गांव वाछम घने अंधेरे को दूर करने के लिए छटपटा रहा है तो वहीं दूसरी ओर अधिकारीयों को इस गांव के अंधेर- उजाले या दुख-दर्द से कोई फर्क नही पडता । दरअसल बागेश्वर कलैक्ट्रेट सभागार मे इस गांव की कार्यप्रगति की एक महत्वपूर्ण बैठक चल रही थी लेकिन इस सभा के दौरान सभा मे बैठे ज्यादातर अधिकारी मोबाइल में वाट्सएप, फेसबुक के नोटिफिकेशन चैक करते नजर आए । इस अनोखी सभा के नजारे अब सोशल मिडिया मे जबरदस्त तरीके से वायरल हो रही है ।
इस तरह की सभाओ से प्रतीत होता है कि डिजिटल इंडिया शायद सोशल मिडिया के आस पास हैंग होकर रह गया है, और गांव वाछम मे बुनियादी सुविधाए कब आयेंगी ये सवाल अपने जवाब के लिए दर दर भटक रहा है ।