उत्तरकाशी: एनआईएम मोड़ से पोखरी गांव तक सड़क निर्माण के लिए आंदोलित पोखरी के ग्रामीणों की सुध लेने के लिए आखिरकार प्रशासन ने कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। जिलाधिकारी डा.आशीष चौहान के निर्देश पर एडीएम पीएल शाह की अध्यक्षता में गठित समिति ने बुधवार को गठित दल के साथ निरीक्षण को पहुंची और एनआईएम मोड़ से पोखरी तक बनने वाली सड़क का जायजा लिया।
वर्ष 2005 में स्वीकृत हुई इस सड़क के निर्माण के लिए पोखरी के ग्रामीण परेशान हैं। ग्रामीण बीते आठ दिनों सेकलेक्ट्रेट परिसर में धरने पर बैठे हैं तो वहीं पड़ोसी गांव डांग के ग्रामीण एनआईएम मोड़ से पोखरी तक आ रहे पेड़ों पर रक्षासूत्र बांधकर उन्हें किसी भी सूरत में न कटने की बात पर अड़े है। इसी कारण एनआईएम मोड़ से पोखरी गांव तक बनने वाली 800 मीटर सड़क बीते 13 वर्षो से पर्यावरण संरक्षण के नाम पर अधर में लटकी है। बुधवार को जिलाधिकारी डा. आशीष चौहान के निर्देश पर गठित समिति, अपर जिलाधिकारी पीएल शाह की अध्यक्षता सड़क का स्थलीय निरीक्षण करने पहुंची। टीम की ओर से सड़क निर्माण में किए गए सर्वे तथा सड़क कटिंग में आ रहे पेड़ों का स्थलीय निरीक्षण किया गया। वहीं रक्षासूत्र आंदोलन के लोगों की ओर से श्रमदान कर डांग से खटाला नामे तोक तक बनाई गई पांच सौ मीटर सड़क का भी निरीक्षण किया।
निरीक्षण के दौरान एडीएम शाह ने कहा कि हाईकोर्ट के निर्देशानुसार लोनिवि, सिंचाई विभाग, आरडब्लयूडी, पीएमजीएसवाई की संयुक्त टीम ने साथ पोखरी गांव के लिए बनने वाली सड़क का विभिन्न नजरिये से स्थलीय निरीक्षण किया है। शाह ने कहा कि हाईकोट के निर्देश है कि सड़क निर्माण में कम – से – कम पेड़ काटे जायें। इस पर जांच कर दोनों गांव के ग्रामीणों के साथ वार्ता की जायेगी।