दीपक जोशी की रिपोर्ट;
बागेश्वर: जिलाधिकारी रंजना राजगुरू ने अवगत कराया हैं कि वैश्विक महामारी कोरोना वायरस संक्रमण के कारण विभिन्न प्रातों एवं प्रदेश के विभिन्न जनपदों से जनपद बागेश्वर को लौट रहें प्रवासियों को स्वरोजगार से जोडकर उन्हें रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के उद्देश्य से मुख्य विकास अधिकारी को जनपद में लौटे सभी प्रवासियों की मैंपिंग कराते हुए डाटा तैयार करने के निर्देश दियें गयें हैं। जिससे कि यह मालूम हो जायेंगा कि जनपद में आयें कितने प्रवासी नौकरी पेशे से हैं तथा कितने लोंग अपना स्वरोजगार करना चाहते हैं। इसी क्रम में जनपद में अब तक लगभग 10 हजार प्रवासियों का डाटा मैपिंग का कार्य किया जा चुका हैं। जिसमें यह देखने को मिल रहा हैं कि अधिकतर लोंग नौकरी पेशे से जुडे हैं जो अपनी नौकरी पर वापस जाना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि विशेष जनपद में आयें प्रवासियों का एक सप्ताह के भीतर डाटा मैंपिंग का कार्य पूर्ण कर लिया जायेंगा, जिसके बाद स्थित और साफ हो जायेगी कि कौन व्यक्ति किस कार्य के लिए रूचि रखता हैं, उसी के आधार में उनको रोजगार से जोडने का प्रयास किया जायेंगा।
यह भी पढ़ें: उत्तराखंड कोरोना बुलेटिन: स्वास्थ विभाग द्वारा जारी, दोपहर 3 बजे की रिपोर्ट, 17 और कोरोना पॉजिटिव
उन्होंने यह भी अवगत कराया हैं कि उद्योग विभाग को प्रवासियों को अधिक से अधिक स्वरोजगार से जोडने के लिए प्रेरित करने के निर्देश दियें गयें हैं, जिसके तहत लगभग 2 सौ से अधिक युवाओं द्वारा स्वरोजगार के लिए पंजीकरण कराया हैं। जिसमें से अधिकतर के आवेदन पत्र प्राप्त हो चुकें हैं, जिन्हें रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के लिए 24 जून, 2020 को साक्षात्कार किया जायेगा। इसके लिए उन्होंने अधिक से अधिक बेरोजगार युवाओं से भी उद्योग विभाग में पंजीकरण कराने की अपील की हैं। उन्होंने कहा कि मनरेगा के अंतर्गत 6 सौ लोंगो के नयें जॉबकार्ड बनायें गयें हैं और इन्हें अधिक बढायें जाने के प्रयास कियें जा रहें हैं। उन्होंने यह भी अवगत कराया हैं कि कुछ लोग कृषि, बागवानी, पशुपालन एवं मनरेगा से जुडना चाहते हैं, इसके लिए उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दियें हैं कि वे अपने सभी फील्ड कर्मचारियों के माध्यम से स्वरोजगार से जोडने के लिए अधिक से अधिक लोंगो से संपर्क करते हुए उन्हें इस कार्य के लिए प्रेरित करें, ताकि सभी लोंगो को स्वरोजगार से जोडा जा सकें। उन्होंने कहा कि हमें कुछ चीजें जैसे सब्जी, दूध आदि को जनपद के बाहर से मगानी पडती हैं इसके लिए हमें यह प्रयास करने होंगे कि इनका उत्पादन जनपद में ही हो, जिसके लिए हमें अधिक से अधिक लोगो को स्वरोजगार से जोडना होगा तथा कृषि एवं उद्यान विभाग बेहतर ढंग से कार्य करते हुए अधिक से अधिक लोंगो को गाइड करें। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में अन्य विभाग भी निरन्तर कार्य कर रहें हैं जिनकी समय-समय पर समीक्षा करते हुए यह प्रयास किया जा रहा हैं कि अधिक से अधिक बेरोजगार युवा स्वरोजगार से जुडे जिससे वह स्वंय सशक्त होने के साथ ही जनपद को भी आत्मनिर्भर बना सकें।
यह भी पढ़ें: हरीश रावत को 21 दिन क्वारंटाइन में रहने के निर्देश