रुद्रप्रयाग: पिछले चार दिनों से केदारपुरी में चल रही बर्फवारी से धाम में आपदा पुर्ननिर्माण के कार्य प्रभावित हो गये हैं। इन दिनों मजदूर बर्फ हटाने के कार्य में जुटे हुए हैं जिसके चलते अन्य मजदूरों को लिनचैनी व गौरीकुण्ड में शिफ्ट कर दिया गया है। धाम में प्रशासन द्वारा सरस्वती नदी सुरक्षा दीवार के साथ ही संगमतट से मंदिर तक पैदल मार्ग चौडीकरण, मंदिर चबूतरे का चैडीकरण व मलबे के निस्तारण का कार्य करने के साथ ही पैदल मार्ग पर पहाडी शैली में पत्थर बिछाने का कार्य चल रहा था, जो कि बर्फबारी के चलते ठप्प पड गया है।
फिलहाल प्रशासन का ध्यान बर्फ हटाने पर ही केन्द्रित है। वहीं जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया कि धाम से मजदूरों के कार्य छोडकर भागने की खबरें पूरी तरह से निराधार हैं। धाम में अधिक बर्फ होने के कारण व मजदूरों के लिए कार्य करने में असहजता होने के कारण विभाग द्वारा ही मजदूरों को शिफट किया गया है। मौसम ठीक होते ही मजदूरों को फिर से केदारनाथ में भेज दिया जायेगा। उनका यह भी कहना था कि विकासनगर से आये पत्थरों के कारीगरों द्वारा सही फिनीशिंग ना दिये जाने के कारण 12 कारीगरों को वापस बुला दिया गया है और उनके स्थान पर राजस्थान से 40 कुशल कारीगर प्रशासन को मिल चुके हैं जो कि सोनप्रयाग में रहकर पत्थरों की नक्काशी करेंगे। साथ ही 15 स्थानीय कारीगरों से भी प्रशासन की वार्ता हुई है जो धाम में जाने को तैयार है। जिलाधिकारी ने कहा कि मौसम अनुकूल होते ही धाम में पुर्ननिर्माण कार्यों में तेजी लायी जायेगी।