दिल्ली। 2014 के बाद लगातार जीत का स्वाद चखने वाली बीजेपी सरकार को यूपी और बिहार के उपचुनाव में करारी हार मिली। उपचुनाव में बीजेपी की हार के बाद देश का सियासी माहौल गरमा गया है। हालांकि इससे पहले राजस्थान और मध्यप्रदेश के उपचुनावों में भी पार्टी को हार का सामना करना पड़ा था। चुनाव जीतने को लेकर भाजपा ज्यादातर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह पर निर्भर रही है। अब इसका खामियाजा भुगतना पड़ रहा है।
हाल के महीनों में भाजपा ने 5 लोकसभा उपचुनाव गंवाए हैं। यूपी की गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा सीट तथा बिहार की अररिया सीट हारने से पहले राजस्थान में अलवर और अजमेर सीट पर भी पार्टी को मुंह की खानी पड़ी है। वहीं विधानसभा उपचुनाव में भी भाजपा को जनता का साथ नहीं मिला। राजस्थान के मंडलगढ़, मध्यप्रदेश के कोलारस और मुंगावली तथा बिहार की जहानबाद सीट पर हार का मुंह देखना पड़ा है। इन चुनावों में मिली हार के बाद संबंधित राज्य की लीडरशिप के सिर ठिकरा फोड़ा गया। राजस्थान में हार के लिए मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के खिलाफ बन रहे माहौल को जिम्मेदार बताया गया। इसी तरह यूपी की हार के लिए योगी आदित्यनाथ को जिम्मेदार माना जा रहा है।