नई दिल्ली: 29 अप्रैल को होने वाले लोकसभा चुनाव के चौथे चरण का चुनाव प्रचार आज (शनिवार) शाम पांच बजे थम गया। इस चरण में 9 राज्यों की 71 सीटों के लिए वोट डाले जाएंगे । इसमें बीजेपी 45 सीटों पर काबिज है और उसके सामने अपना किला बचाने की चुनौती होगी। इस चरण में कन्हैया कुमार, डिंपल यादव, गिरिराज सिंह, उर्मिला मातोंडकर, उपेंद्र कुशवाहा, सलमान खुर्शीद, श्रीप्रकाश जायसवाल, साक्षी महाराज और रामशंकर कठेरिया दिग्गज उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं। पूरे देश की निगाहें इस चरण के चुनाव पर है।
बेगूसराय, कन्नौज, उन्नाव, बोलपुर, उजियारपुर, जोधपुर और उत्तर महाराष्ट्र जैसी हाई प्रोफाइल सीटों पर इसी चरण में मतदान होना है। माना जा रहा है कि बेगूसराय सीट पर इस बार बीजेपी उम्मीदवार गिरिराज सिंह और सीपीआई उम्मीदवार कन्हैया कुमार के बीच कड़ा मुकाबला है। लेकिन कई लोगों का मानना है कि दोनों भूमिहार जाति से आते हैं और उनका वोट बंटने की संभावना है ऐसे में आरजेडी के उम्मीदवार तनवीर हसन भी बाजी मार सकते हैं।
चौथे चरण में बिहार के 5 लोकसभा सीटों के लिए वोट डाले जाएंगे। इस चरण में आरजेडी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री अब्दुल बारी सिद्दिकी, बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष नित्यानंद राय, राष्ट्रीय लोकसमता पार्टी (आरएलएसपी) के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा, लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) के रामचंद्र पासवान, बिहार के मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह सहित 66 उम्मीदवार मैदान में हैं।
वहीं बात करें उत्तर प्रदेश की तो खीरी सीट पर कांग्रेस के जफर अली नकवी, उन्नाव सीट पर कांग्रेस की अन्नू टंडन, बीजेपी के स्वामी साक्षी महाराज, फर्रुखाबाद सीट पर कांग्रेस के सलमान खुर्शीद, इटावा सीट पर बीजेपी के रामशंकर कठेरिया, कन्नौज सीट पर एसपी की डिम्पल यादव, कानपुर सीट पर कांग्रेस के श्रीप्रकाश जायसवाल और बीजेपी के सत्यदेव पचौरी प्रमुख उम्मीदवार हैं। यहां 13 सीटों में 12 पर बीजेपी का कब्जा है। वहीं एक सीट पर सपा के खाते में है। लेकिन इस बार बीजेपी के लिए राह आसान नहीं है। एसपी-बीएसपी गठबंधन के साथ साथ कांग्रेस से भी बीजेपी को कड़ी टक्कर मिल रही है।
इस चरण की 71 सीटों में बिहार की पांच, जम्मू कश्मीर की एक, झारखंड की तीन, मध्य प्रदेश की 6, महाराष्ट्र की 17, ओडिशा की 6, राजस्थान की 13, उत्तर प्रदेश की 13 और पश्चिम बंगाल की 8 सीटें शामिल हैं। इन 71 सीटों में से 45 पर बीजेपी का कब्जा है। जबकि शिवसेना को 9 और एलजेपी को 2 सीटें मिली थीं। वहीं, कांग्रेस को महज 2 सीटें मिली थीं, जिनमें मध्य प्रदेश की छिंदवाड़ा और पश्चिम बंगाल की बेहरामपुर सीट थी। छिंदवाड़ा से कमलनाथ और बेहरामपुर से अधीर रंजन चौधरी जीतने में कामयाब रहे थे। इसके नवीन पटनायक की पार्टी बीजेडी 6 सीटें जीती थी। टीएमसी 6 और एसपी 1 सीट जीती थी।