नई दिल्ली: आगामी लोसकभा चुनाव जैसे जैसे नजदीक आ रहे हैं वैसे वैसे राजनीतिक गलियारों में हलचल भी तेज होती दिखाई दे रही है। उत्तर प्रदेश में कांग्रेस को बाहर कर सपा-बसपा के बीच हुए गठबंधन के बाद राजनीति काफी तेज हो गई है। ऐसे में बिहार में महागठबंधन में कांग्रेस के साथ शामिल आरजेडी के नेता और आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव के छोटे बेटे तेजस्वी यादव ने रविवार देर रात लखनऊ में बसपा सुप्रीमो मायावती से मुलाकात की। इस दौरान दो घंटे की मुलाकात के बाद मीडिया से रूबरू होते हुए दोनों नेताओं ने एक दूसरे को सराहा। मायावती ने लालू यादव के खिलाफ द्वेष भावना से कार्रवाई का आरोप लगाते हुए कहा कि देश से सांप्रदायिक ताकतों को खत्म करने के लिए धर्मनिरपेक्ष दलों को एक होना होगा। मायावती ने कहा कि लालू यादव के परिवार का मनोबल बढ़ाने की जरूरत है। साथ ही बिहार में गठबंधन के सवाल पर कहा कि इसके बारे में आगे सोचा जाएगा।
वहीं आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने सपा और बसपा के गठबंधन पर अपना समर्थन जाताया और कहा कि लालू प्रसाद यादव भी सपा-बसपा का गठबंधन चाहते थे। इसके अलावा उन्होंने कहा कि यूपी में सपा और बसपा के गठबंधन से बहुत खुश हैं। इसलिए वह इस खुशी को बांटने और बड़ों का आशीर्वाद लेने यहां आए हैं। साथ ही बहन जी को उनके जन्मदिन की अडवांस में बधाई देने आए हैं। उन्होंने कहा कि, लालू जी ने यूपी और महागठबंधन को लेकर जो कल्पना की थी वह सच होते दिख रही है।
इसके अलावा उन्होंने बीजेपी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि, देश में आरक्षण को खत्म करने की कोशिश की जा रही है। मोहन भागवत ने बिहार विधानसभा चुनावों के दौरान आरक्षण खत्म करने की बात की थी। पीएम नरेंद्र मोदी आज वही कर रहे हैं। वह बाबा साहेब अंबेडकर के संविधान को हटाकर नागपुरिया कानून लागू करने की तैयारी में हैं।