हैलो उत्तराखंड न्यूज़ के लिए हरिद्वार से अरुण कश्यप की खास रिपोर्ट
हरिद्वार: शिक्षा जगत में प्राइवेट ट्यूशन एक ऐसा जहर है जिसने गरीब माता-पिता के बच्चों का जीवन दूभर कर दिया है। क्योंकि विधालय में पढ़ाने वाले अध्यापक पैसों के लालच मे बच्चों पर निजी टयूशन पढ़ने के लिए दबाव बनाते हैं। कई मामलों में तो ऐसा भी देखा गया है कि अध्यापक ट्यूशन पढ़ाने का दबाव बनाने के लिए फेल करने की धमकी तक दे डालते है। हालांकि सरकार ने पिछले दिनों शिक्षकों के प्राइवेट ट्यूशन पर रोक लगा दी थी, पर सरकार के इस आदेश को हरिद्वार के कई स्कूलों के शिक्षक धडल्ले से ठेंगा दिखा रहे हैं। हमारे कैमरे में हरिद्वार के प्रसिद्ध स्कूल म्यूनिसिपल भल्ला इंटर कॉलेज के शिक्षक त्रिलोक चंद्र लगभग दर्जन भर स्कूल के बच्चों को ट्युशन पढाते कैद हो गये। देहरादून में रहने वाले और हर रोज वहां से अप डाउन करने वाले मास्साब ने बाकायदा ट्यूशन पढ़ाने के लिए हरिद्वार की पॉश ऋषिकुल कॉलोनी में एक मकान भी किराये पर लिया हुआ है। जब ये बात स्कूल के प्रिंसिपल कैप्टन ओपी गोनियाल तक पहुंची तो उन्होंने शीघ्र ही दोषी अध्यापक के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही।
कुछ ऐसे ही शब्दों के साथ नगर निगम आयुक्त नितिन भदौरिया ने ट्यूशन पढ़ाने वाले अध्यापकों के खिलाफ जल्द कार्रवाई करने की बात कहीं पर सबसे अफसोसजनक बात ये है कि वह शिक्षक अब भी धड़ल्ले से सभी नियम कानूनों को दरकिनार करते हुए अपने स्कूल के छात्रों को प्राइवेट ट्यूशन पढा रहा है।