देहरादून: कुछ दिनों पहले भगवान बद्री विशाल के गर्भगृह की छत पर सोने की पत्तर चढ़ाने को लेकर खूब हल्ला हुआ। पत्तर दक्षिण अफ्रिका की सरकार को हिलाने वाले गुप्ता बंधुओं ने दान की, जिनपर पहले से देश के साथ ही दक्षिण अफ्रिका में भी कई जांचे चल रही हैं। उस पत्तर को चढ़ाने और नहीं चढ़ाने के लिए मंदिर समिति अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने धर्मस्व मंत्री सतपाल महाराज को पत्र लिखा, लेकिन कई दिन बीत जाने के बाद भी अब तक उसका कोई जवाब नहीं दिया गया।
दरअसल, गुप्ता बंधुओं पर देश के साथ ही उत्तराखंड में आयकर विभाग और ईडी की जांच चल रही है। उनकी संपतियां और खाते भी सीज किए गए। दक्षिण अफ्रिका की जांच एजेंसी द हाॅक भी जांच कर रही है। गुप्ता बंधुओं ने उन पर आरोप लगने से पहले दान करने की इच्छा जाहिर की थी। मंदिर समिति को उसका बाकायदा पत्र लिखा गया। मंदिर समिति ने बोर्ड बैठक में प्रस्ताव भी पास किया।
पिछले माह पत्तर को मंदिर की छत पर लगाया जाना था। उससे पहले यह बात सामने आ गई कि पत्तर गुप्ता बंधुओं ने दान किया है। विवाद को बढ़ता देख मंदिर समिति ने पत्तर को चढ़ान का काम रोकर सरकार को पत्र लिखा। लेकिन कई दिन बीत जाने के बाद भी सरकार ने उसका कोई जवाबा नहीं दिया।
दूसरी बात यह कि बद्रीनाथ में भगवत कथा चल रही है। जानकारी के अनुसार कथा का आयोजन भी गुप्ता बंधु ही करा रहे हैं। यह बात भी सामने आई है कि अब तक तीन-चार राज्यों के राज्यपाल कथा में शामिल हो चुके हैं। कुछ लोगों का यह भी कहना है कि पीएम मोदी से जुड़े कुछ लोग भी कथा में लगातार पहले दिन से बने हुए हैं। इस कथा के जरिये गुप्ता बंदु अपना शक्ति प्रदर्शन भी कर रहे हैं।
बद्री-केदार मंदिर समिति के अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने बताया कि उनको न तो अब तक जवाब मिला है और ना ही किसी ने उनसे संपर्क किया है। उन्होंने कहा कि पत्तर चढ़ाने पर अंतिम मुहर सरकार को लगानी है। यह विवादित मामला है। इसमें किसी तरह का जवाब आने के बाद ही कार्रवाई की जाएगी।