-अरूण कश्यप
हरिद्वार: महीनों से गंगा पर बन रहे पॉवर प्रोजेक्ट के विरोध में अनशन कर रहे पर्यावरणविद एंव पूर्व आईआईटी प्रोफेसर स्वामी ग्यानस्वरूप सानंद ने आज बडा फैसला लेते हुऐ मरणोपरांत अपने शरीर के सभी अंगो को दान करने का फैसला लिया है। स्वामी ग्यानस्वरूप सानंद के एडवोकेट अरुण भदौरियां ने जानकारी देते हुए बताया कि स्वामी सानंद अंतिम सांस तक गंगा की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है और गंगा के अस्तित्व को बचाये रखने के लिये महीनों से मात्र सदन में अनशन पर है। अब उन्होंने अपने शरीर के सभी अंगो को दान कर दिया जिसके लिए उन्होंने पूरी जिम्मेदारी अपने भतीजे चैतन गर्ग को दी है ।
गौरतलब है कि स्वामी सानंद केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के सदस्य सचिव के साथ-साथ आईआईटी कानपुर के प्रोफेसर भी रह चुके हैं। इन्हें महान पर्यावरणविद की ख्याति भी प्राप्त है। इनका मानना है कि गंगा नदी पर बनाये जा रहे पॉवर प्रोजेक्ट से गंगा अपना वास्तविक स्वरूप खो देगी और धीरे-धीरे उसका अस्तित्व ही मिट जायेगा।