देहरादून: मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने गुरुवार को सूर्यधार झील का निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री ने सिंचाई विभाग को सूर्यधार झील के शीघ्र निर्माण के निर्देश देते हुए कहा कि, क्षेत्र में इस प्रकार की अन्य झीलो की सम्भावनायें तलाशी जाएं। उन्होंने झील के सौन्दर्यीकरण पर विशेष ध्यान देने और इसके किनारों पर सड़क निर्माण के साथ ही पैदल पथ भी निर्मित करने को कहा। उन्होंने कहा कि यह झील इंजीनियरिंग का विशिष्ट नमूना होनी चाहिए, जिससे क्षेत्र के पर्यटन को भी बढ़ावा मिले।
मुख्यमंत्री ने कहा कि, सूर्यधार झील एक बहुउद्देशीय योजना है, जिससे क्षेत्र को पेयजल और सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध होगा। उन्होंने कहा कि इस योजना से लगभग 18 गावों को सिंचाई और 19 गावों को पेयजल मिलेगा और यह पूर्ण रूप से ग्रैविटी आधारित होगा। इस योजना के माध्यम से 7 करोड़ रूपये की बिजली की बचत भी होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि इससे किसानों को बारह महीने पानी मिलेगा। बिजली खर्च में बचत से हम सस्ती बिजली भी लोगो व किसानों तक पहुचा पाएंगे। आने वाले समय में सौंग बांध का भी निर्माण होगा इससे देहरादून की बड़ी आबादी को ग्रेविटी बेस्ड पानी मिलेगा। उन्होंने कहा कि इन परियोजनाओं के माध्यम से क्षेत्र का सामाजिक और आर्थिक विकास भी हो सकेगा।