नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव 2019 के लिए सभी राजनीतिक दल अपनी-अपनी ताकत आजमा रहे हैं। बीजेपी के प्रचार की जिम्मेदारी पीएम मोदी तो कांग्रेस के चुनावी अभियान का जिम्मा पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी के कंधों पर है। यूपी में सपा-बसपा-रालोद का गठबंधन चुनाव में बीजेपी को चुनौती देता दिखाई दे रहा है, जबकि बिहार में एनडीए और राजद-कांग्रेस के नेतृत्व वाला महागठबंधन आमने-सामने है। लोकसभा चुनाव 2019 से पहले तीन राज्यों में सरकार बनाकर कांग्रेस भी उत्साहित है तो एनडीए सरकार तमाम योजनाओं और पीएम मोदी की लोकप्रियता के सहारे फिर से सत्ता में वापसी की कोशिश में जुटी है। लोकसभा चुनाव से पहले फर्स्टपोस्ट ट्रस्ट सर्वे आया है, जिसके चौंकाने वाले परिणाम सामने आए हैं।
फर्स्टपोस्ट के ट्रस्ट सर्वे के मुताबिक, पीएम मोदी की लोकप्रियता बरकरार है। करीब 63 फीसदी लोग चाहते हैं कि नरेंद्र मोदी दोबारा प्रधानमंत्री बनें। सर्वे के मुताबिक, पीएम पद की दूसरी पसंद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी हैं। हालांकि लोकप्रियता के मामले में वे पीएम मोदी से काफी पीछे नजर आते हैं। पीएम मोदी को एक तरफ जहां 63 फीसदी लोग पीएम बनते देखना चाहते हैं वहीं, राहुल गांधी को 16 फीसदी लोग पीएम के रूप में पहली पसंद मानते हैं। 2 मार्च से 22 मार्च के बीच देश के सभी राज्यों के लोगों का सैंपल लेकर किया गया है। इस सर्वे के मुताबिक, पिछले कुछ महीनों में राहुल गांधी की लोकप्रियता में गिरावट आई है। सर्वे के मुताबिक, दोनों नेताओं की लोकप्रियता के स्तर में न केवल अंतर बढ़ गया है, बल्कि राहुल गांधी को लेकर धारणा में अधिक बदलाव नहीं आया है। सर्वे में शामिल एक छोटे से समूह को लगता है कि राहुल गांधी ने भारत की समस्याओं को समझने में परिपक्वता दिखाई है।
सर्वे के मुताबिक, पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद भारतीय वायुसेना द्वारा बालाकोट में एयर स्ट्राइक को लेकर पीएम मोदी की छवि एक मजबूत नेता के तौर पर उभरकर सामने आई है। आंकड़ों के मुताबिक, सर्वे में शामिल लोगों ने भारत की विदेश में बेहतर छवि बनाने के पीएम मोदी के दावे, बड़े जोखिम लेने की क्षमता, बड़े बदलाव लाने और देश को लेकर उनके नजरिए को ध्यान में रखकर रेटिंग दी है। सर्वे के मुताबिक करीब 60.1 प्रतिशत लोग भारतीय सेना पर पूरा भरोसा करते हैं जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर 51.7 फीसदी लोगों ने भरोसा किया है। सुप्रीम कोर्ट पर 48.9 फीसदी लोगों को भरोसा है। आरबीआई पर 46.2 फीसदी, सीबीआई पर 42.5, चुनाव आयोग पर 38.5, संसद पर 36 फीसदी और मीडिया पर 32 फीसदी लोगों को भरोसा है। जबकि पुलिस पर 30 फीसदी और कैग पर 32.5 फीसदी लोगों को भरोसा है।