-संवाददाता: कृष्णपाल सिंह रावत
हम बात कर रहे हैं पर्यटन नगरी धनोल्टी की तो यहां पर पर्यटन विभाग के द्वारा तहसील परिसर के ठीक सामने सुलभ शौचालय का निर्माण करवाया गया लेकिन यहां पर ना तो कोई पानी की व्यवस्था की गई और ना ही यहां पर कोई कर्मचारी रखा गया ताकि इसकी साफ सफाई देख रहे हो सके और बाहर से आए पर्यटकों को अच्छी सुविधा मिल सके लेकिन यहां पर तो कुछ और ही नजर आ रहा है यहां पर पानी स्टोर के नाम पर 2, 3 टैंक तो बना दिए, लेकिन पानी का कहीं नामोनिशान नहीं है।
बिना पानी के यह सुलभ शौचालय एक दुर्लभ शौचालय में तब्दील हो गया है। वहीं, पर्यटकों का कहना है कि यह प्रदेश का एक मुख्य पर्यटक स्थल होने के बावजूद भी जहां पर शौचालय की व्यवस्था एक नाम मात्र के लिए है। प्रदेश सरकार व पर्यटन विभाग को इस पर ध्यान देना चाहिए। यहां पर देश-विदेशों से पर्यटक आते हैं, लेकिन यहां पर शौचालय की व्यवस्था उचित ना होने से पर्यटकों को दिक्कतों को सामना करना पड़ता है। जो कि एक पर्यटन नगरी के लिए अच्छा संदेश नहीं है।
व्यापार मंडल अध्यक्ष रघुवीर अमोला का कहना है कि शौचालय में पानी की व्यवस्था के लिए 3-3 टैंक बनाए गए हैं लेकिन, कई बार जल संस्थान को लिखित व मौखिक रूप रूप से इन टैंकों मे पानी डालने को कहा गया। बावजूद इसके पानी की व्यवस्था अब तक नहीं की गयी। व्यापारी सोबन गुसाईं, सुरेश बेलवाल, विकास गुसाई, अनिल गोसाई, विजय सिंह राणा, यशपाल बेलवाल, बिशन सिंह, राजपाल बेलवाल, पदम कठैत, विरेंद्र उनियाल आदि लोगों का कहना है कि यहां पर देश-विदेश के पर्यटक घूमने के लिए आते हैं। सार्वजनिक शौचालय में पर्याप्त सुविधाये ना होने से पर्यटकों को व स्थानीय लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।