नई दिल्ली: संकट से गुजर रही सरकारी विमानन कंपनी एयर इंडिया की खरीद में कई कंपनियां रुचि दिखा रही हैं। निजी विमानन कंपनी विस्तारा भी इस सौदे के लिए गंभीर नजर आ रही है। कंपनी ने कहा है कि वह एयर इंडिया का विश्लेषण कर रही है। जानकारी के अनुसार फिलहाल एयर इंडिया का मूल्यांकन किया जा रहा है। इसके बाद बोली में भाग लेने पर फैसला किया जाएगा।
टाटा और विस्तारा में से किसी एक की रुचि के सवाल को नकारते हुए उन्होंने कहा कि विस्तार दोनों कंपनियों का साझा उपक्रम है। गौरतलब है कि सरकार ने इसी वर्ष जनवरी में एयर इंडिया में 100 परसेंट हिस्सेदारी बेचने की कवायद शुरू की थी। इसके साथ ही कंपनी के एयरपोर्ट कारोबार में 50 परसेंट हिस्सेदारी बेचने की तैयारी है।
एयर इंडिया की खरीद में रुचि दिखाने वाली कंपनियां 17 मार्च तक अपनी बोली जमा कर सकती हैं। इसके लिए उनकी नेटवर्थ कम से कम 3,500 करोड़ रुपये होनी चाहिए। सरकार को अगले वित्त वर्ष की पहली छमाही तक इसकी बिक्री प्रक्रिया पूरी होने की उम्मीद है।
तो वहीं अपनी पार्टी के इस फैसले से नाराज़ सुब्रमण्यम स्वामी ने ट्वीट के जरिये कहा कि विस्तारा के लिए एयर इंडिया की बोली लगाना हास्यास्पद है। विस्तारा एक अवैध एयरलाइन है और मेरे द्वारा दायर जनहित याचिका पर दिल्ली उच्च न्यायालय में मामला चल रहा है। उस भागीदार में, TATA CBI और ED जाँच के अधीन है। मुझे आशा है कि नागरिक उड्डयन मंत्रालय मूर्खतापूर्ण रूप से उन्हें भाग लेने की अनुमति नहीं देगा।
It is ridiculous for Vistara to bid for Air India. Vistara is an illegal airline and there an ongoing case in Delhi High Court on a PIL filed by me. In that Its partner, TATA is under CBI& ED probe. I hope MoCA does not foolishly allow them to participate.
— Subramanian Swamy (@Swamy39) March 3, 2020