देहरादून के चर्चित शिक्षक भर्ती घोटाले में शामिल कोई भी शिक्षक बख्शा नहीं जाएगा। इसके लिए एक तरफ एसआइटी ने सभी जिलों से शिक्षकों के प्रमाण पत्र एकत्र करना शुरू कर दिया है। वहीं शासन भी घोटाला साबित होने वाले शिक्षकों के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही करने को तैयार है।
हैलो उत्तराखंड से बात करते हुए एसआईटी प्रभारी श्वेता चौबे ने बताया कि हमने शिक्षक भर्ती घोटाले की जांच शुरू कर दी है और इस बाबत सभी जिलों के शिक्षा अधिकारियों को सभी शिक्षकों के प्रमाण पत्र एकत्र कर भेजने का पत्र जारी किया है। जिसके तहत अभी तक तकरीबन 1000 प्रमाण पत्र हमारे पास आ चुके हैं। जिनका सत्यापन कराया जाएगा। उन्होंने बताया कि हैल्प लाइन नंम्बर में कई समय से फर्जी शिक्षकों की शिकायतें आ रही थी। जिसके बाद जांच करने का कदम उठाया गया।
वहीं उत्तराखंड शिक्षा सचिव चंद्रशेखर भट्ट का कहना है कि यदि कोई भी शिक्षक फर्जी पाया गया तो उसके खिलाफ शासन स्तर पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही की जाएगी। व दोषियों को बख्शा नहीं जायेगा।
हम आपको बता दें कि प्रदेश भर के शासकीय और अशासकीय स्कूलों में बड़ी संख्या में अभ्यर्थियों को नौकरी मिल गई थी, और जिस प्रकार इस मामले में 40 अभ्यर्थियों के प्रमाण पत्र फर्जी पाए गए थे। जिसके बाद मामले को गंभीरता से लिया गया और अब एक माह से एसआइटी इस मामले पर जांच कर रही है ।