देहरादून: उत्तराखंड पुलिस ने दो महीने में 200 स्मार्टफ़ोन बरामद किए, जिनकी कीमत 32 लाख रुपये आंकी गई है। लेकिन हैरानी की बात यह है कि, पुलिस को अभी तक एक भी संधिग्ध नहीं मिल पाया है। पुलिस का कहना है कि, जिन लोगों से यह फ़ोन बरामद किए गए हैं उन्हें यह सारे फ़ोन कहीं पड़े मिले, वो भी एक-दो को नहीं बल्कि, सभी को ये फ़ोन कहीं पड़े मिले। ऐसे में अब इसे पुलिस की उपलब्धि समझें या नाकामी।
आपको बता दें कि, प्रदेश मोबाइल रिकवरी सेल ने सिर्फ़ दो महीने में प्रदेशभर से 200 मोबाइल बरामद किए। इनमें से 102 फ़ोन पुलिस महानिदेशक अनिल रतूड़ी ने मोबाइल धारकों को सौंप दिए हैं। इस दौरान डीजीपी अनिल रतूड़ी ने इसे राज्य पुलिस की बड़ी उपलब्धता बताया। लेकिन मामले में हैरानी की बात यह है कि 32 लाख रुपये कीमत के लोगों के ये स्मार्टफ़ोन यूं ही खो गए और यूं ही किसी को मिल गए। अपनी पीठ थपथपा रही पुलिस के अनुसार इन मोबाइलों के चोरी की कोई एफ़आईआर नहीं है। लोगों ने स्मार्टफ़ोन गुम हो जाने की शिकायतें दर्ज करवाई हैं, लेकिन कितनी शिकायतें दर्ज हुई यह आंकड़ा भी पुलिस के पास नहीं है। वहीँ इस मामले में एडीजी लॉ एंड ऑर्डर अशोक कुमार ने कहा कि, वह इस संबंध में आंकड़े इकट्ठे करेंगे, उसके बाद उनका विश्लेषण करेंगे और फिर संदिग्ध लोगों की तलाश की जाएगी।