देहरादून: स्टिंग प्रकरण में उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत और कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। सीबीआई ने इन दोनों के साथ ही निजी न्यूज चैनल के सीईओ उमेश कुमार के खिलाफ एफआइआर दर्ज कर ली है।
स्टिंग आपरेशन के वीडियो और तीनों आरोपियों के बीच कॉल रिकार्ड की गहन छानबीन के बाद सीबीआई ने पाया कि उमेश कुमार दरअसल हरीश रावत का स्टिंग आपरेशन करने के बजाय हरक सिंह रावत की ओर से सौदेबाजी करने गया था।
गौरतलब है कि, मार्च 2016 में उत्तराखंड के तत्कालीन मुख्यमंत्री हरीश रावत की ओर से अपनी सरकार को बचाने के लिए विधायकों की खरीद-फरोख्त का मामला सामने आया था। इसके बाद से उत्तराखंड में कांग्रेस सरकार अल्पमत में आ गई और 31 मार्च 2016 को राज्यपाल की संस्तुति से हरीश रावत के खिलाफ सीबीआई जांच शुरू हुई। इस मामले की प्रारंभिक जांच की सीलबंद रिपोर्ट सीबीआइ ने उत्तराखंड हाईकोर्ट को सौंपी थी, जिसे देखने के बाद अदालत ने एफआइआर दर्ज करने को की छूट दी थी।