देहरादून: पीसीसी अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने आज मीडिया से बात करते हुए त्रिवेंद्र सरकार को आड़े हाथों लेकर कहा कि “कोरोना महामारी से लड़ाई में डॉक्टर, स्वास्थ्य कर्मी, पुलिस-प्रशासन, सफाई कर्मी, सामाजिक संगठन, स्वयं सेवी संस्थायें, व्यक्तिगत लोग, राजनैतिक दल तो दिखाई दे रहे हैं परंतु सरकार कहीं नहीं दिखाई दे रही। सरकार सिर्फ मोदी किट के फ़र्ज़ी आंकड़ों तक ही सीमित है। उन्होने यह भी कहा कि “कोरोना वायरस महामारी के इस संकट के दौर में भी केंद्र व राज्य की भाजपा सरकारों ने भेदभावपूर्ण नीति अपनाने का कार्य किया है।”
पीसीसी अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि “कोरोना महामारी पर तुलनात्मक आँकड़े पेश कर रही सरकार को यह भी देखना चाहिये कि हमारी टेस्टिंग का प्रतिशत अन्य देशों की तुलना में क्या है। हमारे पास पीपीई किट, टेस्टिंग किट, टेस्टिंग लैब, वेंटिलेटर सहित अन्य जरूरी संसाधनों की स्थिति क्या है। सत्ता में मदमस्त केंद्र की बीजेपी सरकार ने अगर समय रहते राहुल गाँधी की चेतावनी को गम्भीरता से लिया होता तो आज स्थिति इतनी विकट नहीं होती।”