भारतवर्ष में जीएसटी लगने से कई वस्तुओं में फायदा हो रहा है तो कई वस्तुओं पर व्यापारियों से लेकर उपभोक्ताओं तक को नुकसान भी हो रहा है। वहीं इन सबके बीच केंद्र सरकार ने जीएटी में कुछ फेर-बदल किए हैं। जो कि व्यापारियों के लिए खुशी की खबर है।
करीब एक माह बाद जीएसटी परिषद ने वस्तु एवं सेवा कर पर व्यापारियों को बड़ी राहत देते हुए टेक्सटाइल में कशीदकारी जैसे जॉब वर्क पर 18 फीसदी जीएसटी को हटाकर अब केवल 5 फीसदी कर दिया गया है। साथ ही ट्रैक्टर के कुछ कल पुर्जों पर जीएसटी दर 28 फीसदी से घटाकर 18 फीसदी कर दी गई है और पूजा के सामान पर पहले लगने वाले 12 फीसदी जीएसटी के बदले में अब 5 फीसदी कर दिया है। साथ ही वर्क कॉन्ट्रैक्ट पर टैक्स क्रेडिट के साथ 12 फीसदी लगाया जाएगा।
वित्त मंत्री अरुण जेटली की अगुआई और सभी राज्यों के प्रतिनिधियों वाली परिषद ने ई-वे बिल को भी अंतिम रूप दिया, जिसमें 50,000 रुपये से अधिक मूल्य की वस्तुओं पर उनके 10 किलोमीटर से अधिक दूरी पर बिक्री के लिए ढुलाई होने से पहले पंजीकरण अनिवार्य कर दिया गया है।
वहीँ वित्तमंत्री अरूण जेटली ने ट्वीट कर यह जानकारी भी दी है कि जीएसटी में अब तक 71 लाख से ज्यादा करदाता पंजीकरण करवा चुके हैं। और इसके अलावा 15.67 लाख आवेदन विचाराधीन हैं।
जीएसटी लागू होने के बाद जहां पूरे राष्ट्र को एक कर, एक प्रणाली में जोड़ा गया वहीं इससे व्यापारियों व उपभोक्ताओं को कुछ वस्तुओं पर नुकसान भी झेलना पड़ रहा है। लेकिन इस पर पुनः किए गए फेर-बदल से व्यापारियों को कुछ राहत की सांस मिलेगी।