नई दिल्ली: सोहराबुद्दीन शेख एनकाउंटर मामले की जांच करने वाले गुजरात कैडर 1992 के आईपीएस अधिकारी रजनीश राय ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने एक नोट लिखकर नौकरी छोड़ी है, जिसमें लिखा है कि “उन्हें सेनानिवृत समझा जाए।” ऐसा माना जा रहा है कि जिस तरह से आईपीएस अधिकारी ने इस्तीफा दिया है उससे लगता है कि उन पर किसी प्रकार का दबाव डाला जा रहा है। चूंकि इस मामले में भाजपा के तमाम नेताओं के नाम जुड़े है जिससे ये भी माना जा सकता है कि ये भी एक वजह हो सकती है अधिकारी के पद से इस्तीफा देने की।
बता दें कि उन्होंने खुद की मर्जी से सेवानिवृत्ति के लिए आवेदन किया था, लेकिन उनके आवेदन को गृह मंत्रालय ने ठुकरा दिया। लेकिन केंद्र के फैसले को राय ने अब अहमदाबाद स्थित केंद्रीय प्रशासनिक अधिकरण में चुनौती दी है। जिसके बाद अधिकरण ने केंद्र और गुजरात सरकार से 10 दिसंबर को नोटिस जारी करके 1 जनवरी 2019 तक जवाब देने को कहा है।
आपको बता दें कि राय आधिकारिक रूप से आंध्र प्रदेश के चित्तूर जिले में तैनात थे। वह यहां काउंटर इमर्जेंसी और एंटी टेररिज्म स्कूल के आईजी के पद पर थे। उनके इस्तीफा देने को जब गृह मंत्रालय ने अस्वीकार कर दिया तो उनसे कहा गया कि तुरंत अपनी ड्यूटी को ज्वाइन करें। गौरतलब है कि इससे पहले 2017 में शिलांग में तैनाती के दौरान राय ने असम में दो कथित आतंकवादियों के मारे जाने को संदिग्ध एनकाउंटर बताया था और उनकी इस रिपोर्ट के बाद राय का ट्रांसफर चित्तूर कर दिया गया था।