रुद्रप्रयाग: चिकित्सकों की भारी कमी झेल रहे जनपद रुद्रप्रयाग में केदारनाथ व मद्महेश्वर की पैदल यात्रा चिकित्सा व्यवस्थाएं फिर से भगवान भरोसे होने जा रही हैं। उच्च हिमालयी क्षेत्रों में चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करवाने वाली सिक्स सिग्मा हेल्थ केयर सर्विस ने अपने कैम्पों को बन्द कर दिया है। दो महीने तक यात्रा के दौरान सिक्स सिग्मा ने केदारननाथ समेत विभिन्न पडावों पर करीब पैंतीस हजार तीर्थयात्रियों का निशुल्क उपचार किया। बेहतर सेवाओं के लिए जिलाधिकारी ने सोमवार को पूरी मेडिकल टीम को सम्मानित किया।
हाई ऐटीटयूट में मेडिकल सुविधा मुहैया करवाने वाली सिक्स सिग्मा हेल्थ सर्विस के चिकित्सकों व पैरा मेडिकल स्टाफ को सोमवार को सम्मानित किया गया। केदारनाथ यात्रा में टीम ने पहली बार धाम में हाई ऐटिटयूट अस्पताल का भी संचालन किया और पहली बार केदारनाथ धाम महिला चिकित्साधिकारियों की तैनाती रही। यही कारण रहा कि, इस बार की अभी तक की यात्रा में मृत्यु दर में खासी कमी आयी।
सिक्स सिग्मा हेल्थ केयर सर्विस के डायरेक्टर डा. प्रदीप भारद्वाज ने बताया कि, उनके द्वारा केदारनाथ धाम समेत अन्य स्थानों पर 120 कुशल चिकित्सकों व पैरा मेडिकल स्टाफ की तैनाती की गयी थी। और केदारनाथ में 505 गम्भीर रोगियों का सफल इलाज किया गया। साथ ही महज 12 अति गम्भीर मरीजों को ऐयर लिफ्ट करवाया गया। उन्होंने बताया कि, टीम हेमकुण्ड साहिब में कार्य कर रही है और अब अमरनाथ यात्रा के लिए रवाना हो रही है।
जिला स्वास्थ्य विभाग के द्वारा आयोजित कार्यक्रम में जिलाधिकारी ने बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं के लिए पूरी मेडिकल टीम को सम्मानित किया और अगले वर्ष की यात्रा में भी पूरी टीम को पूरी सुविधाएं जिला प्रशासन द्वारा दिलाये जाने का भरोसा दिलाया। साथ ही कहा कि, अब यात्रा कुछ कम हो गयी है तो ऐसे में जिले के पास प्राप्त संसाधनों से ही व्यवस्थाओं का संचालन किया जायेगा।
सिक्स सिग्मा की टीम की तर्ज पर ही जिला प्रशासन भी अब अपने चिकित्सकों व अन्य स्टाफ को हाई ऐटीटयूट हेल्थ सर्विस देने के लिए तैयार करने का मन बना चुका है, जिससे विशेषज्ञ चिकित्सकों के साथ ही हर कर्मचारी भी आपातकाल की स्थिति में पीडित को मदद पहुंचाकर उसकी जान बचा सके।