देश के मुखिया प्रधानमंत्री के कहने के बावजूद अभी तक गायत्री के उठाये मुद्दे पर न तो नगर निगम जागा है औऱ न ही प्रशासन । जबकिं अभी-अभी मोदी के नाम पर चुनाव जीतकर बीजेपी 57 सीटों के साथ सत्ता में आई है। सवाल है कि आखिर जब प्रधानमंत्री के कहने पर भी अब तक शासन औऱ प्रशासन मुस्तैद नहीं हुआ है तो आम आदमी के कहने का असर कितना होगा ?