पिथौरागढ़ : भारत और नेपाल के अधिकारियों के बीच एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन हुआ। सोमवार को पिथौरागढ़ वन सभागार में हुई इस बैठक मे दोनों देशों के सामरिक महत्व के विभीन्न मुद्दों पर बात हुई।
बैठक में भारत की ओर से व्यास घाटी को जोड़ने वाले संम्पर्क मार्ग को लेकर महत्वपूर्ण फैसला हुआ। इस रास्ते के बंद होने से कैलाश मानसरोवर यात्रा मार्ग पर प्रभाव पड़ रहा था। पिछले दिनों लखनपुर और नजंग के बीच हुये भूस्खलन के कारण ये मार्ग बंद हो गया था। बैठक में इस क्षेत्र के लिये नेपाल होते हुये पैदल रास्ते के निर्माण और काली नदी में दो लकडी़ के अस्थाई पुल बनाने पर सहमति हुई। यह भारत के नजरिये से बेहद महत्वपूर्ण है। इसके बन जाने के बाद व्यास घाटी की आवाजाही सुचारु हो सकेगी, साथ ही कैलाश मानसरोवर यात्रा की दिक्कतें भी दूर होंगी।
इसके साथ ही बैठक मे काली नदी में प्रस्तावित 6 अन्य पुलों को बनाने के लिये दोनों देशो की सरकारों को प्रस्ताव भेजने पर भी बात हुई। सीमा पर अवैध गतिविधियों को रोकने का फैसला भी लिया गया। विशेष तौर पर, मानव तस्करी, वन्य जीवों के अंगों की तस्करी पर मिलजुल कर कार्य करने पर चर्चा हुई। जिसके लिए दोनों देशों के प्रशासन, पुलिस और सुरक्षा बलों के बीच लगातार संवाद रखने, सूचनाओं का आदान-प्रदान करने पर सहमति बनी।