नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में यमुना नदी पर बना बहुप्रतीक्षित सिग्नेचर ब्रिज 5 नवंबर से आम जनता के लिए खुल जाएगा। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल 4 नवंबर को ब्रिज का उद्घाटन करेंगे। 2004 में ये प्रोजेक्ट शुरू हुआ था, लेकिन अब 14 साल बाद ये जनता के लिए खोला जाएगा। 2007 में शीला दीक्षित के मंत्रिमंडल ने इसे मंजूरी दी थी। शुरूआत में इसे 2010 में दिल्ली में होने वाले कॉमनवेल्थ गेम्स से पहले पूरा होना था।
वहीं पुल के उद्घाटन से पहले इसे लेकर सियासत शुरू हो चुकी है। डेप्युटी सीएम मनीष सिसोदिया ने ट्वीट कर बीजेपी पर हमला बोला, वहीं बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी ने भी ट्वीट कर आप सरकार पर भड़ास निकाली है और ऐलान कर दिया कि वो इलाके के सांसद होने के नाते 3 बजे ही सिग्नेचर ब्रिज पर पहुंचकर अरविंद केजरीवाल का स्वागत करेंगे। ऐसे में चार बजे होने वाले सिग्नेचर ब्रिज के उद्घाटन से मौके पर दिलचस्प राजनीतिक मुकाबला देखने को मिल सकता है। हालांकि दिल्ली सरकार के सूत्रों का कहना है कि डेप्युटी सीएम की सख्ती के बाद ही पिछले साल जुलाई में सिग्नेचर ब्रिज के काम में तेजी आई थी।
बता दें कि सिग्नेचर ब्रिज का मुख्य आकर्षण उसका मुख्य पिलर है जिसकी ऊंचाई 154 मीटर है। पिलर के ऊपरी भाग में चारों तरफ शीशे लगाए गए हैं। लिफ्ट के जरिए जब लोग यहा पर पहुंचेंगे तो उन्हें यहा से दिल्ली का टॉप व्यू देखने को मिलेगा जो दिल्ली में किसी भी इमारत की ऊंचाई से अधिक होगा या ऐसे समझें कि इसकी ऊंचाई कुतुब मीनार से दोगुनी से भी ज़्यादा है। जिससे यह पर्यटकों के लिए खास बनेगा. ब्रिज पर 15 स्टे केबल्स हैं जो बूमरैंग आकार में हैं। जिन पर ब्रिज का 350 मीटर भाग बगैर किसी पिलर के रोका गया है। ब्रिज की कुल लंबाई 675 मीटर चौड़ाई 35.2 मीटर है।