रुद्रप्रयाग: द्वितीय केदार कहे जाने वाले मद्महेश्वर के कपाट आज श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए हैं। इससे पहले सोमवार को बाबा मद्महेश्वर की चल विग्रह डोली रात्रि प्रवास के लिए अंतिम पड़ाव गौंडार गांव पहुंची। जहाँ ग्रामीणों ने आराध्य को सामूहिक अर्घ्य लगाकर पूजा-अर्चना की।
बाबा मद्महेश्वर की डोली सुबह 10.30 बजे गौंडार गांव पहुंची। यहां पंचायती चौक में पारंपरिक वाद्य यंत्रों के साथ ग्राम प्रधान, महिला मंगल दल और युवक मंगल दल के नेतृत्व में ग्रामीणों ने आराध्य का अभिनंदन किया। साथ ही स्कूली बच्चों ने भगवान मद्महेश्वर का जयघोष के साथ स्वागत किया। मुख्य पुजारी ने भगवान मद्महेश्वर की चल विग्रह डोली की पूजा-अर्चना करते हुए आरती की। गौंडारवासियों द्वारा अपने आराध्य को सामूहिक अर्घ्य लगाया गया। इस अवसर पर देवता के दर्शनों के लिए ग्रामीणों की भीड़ जुटी रही। सभी धार्मिक औपचारिकताओं के बाद प्रात: 8 बजे भगवान मद्महेश्वर की डोली ने रांसी गांव से विदा लेते हुए अपने धाम के लिए प्रस्थान किया।