देहरादून: उत्तराखंड के शिक्षा मंत्री अरविंद पाण्डेय ने जिस मुख्यशिक्षा अधिकारी को 1 साल पहले आम जनता की शिकायत के बाद संस्पेड कर दिया था,उसी मुख्यशिक्षा अधिकारी को विजलेंस विभाग ने रंगे हाथों घूस लेते गिरफ्तार किया है। अंतर इतना है कि शिक्षा मंत्री के द्धारा संस्पेंड किए जाने के बाद अगर अलमोड़ा के मुख्यशिक्षा अधिकारी सुधर जाते या उनके खिलाफ जांच कि जाती तो आज विजलेंस विभागा के हाथों घूसखोर मुख्यशिक्षा अधिकारी हाथ न लग पाता।
खास बात ये भी है कि जब विभागीय मंत्री के द्धारा मुख्यशिक्षा अधिकारी को संस्पेंड कर दिया गया था तब अल्मोड़ा के डीएम नीतिन भदौरिया ने मुख्यशिक्षा अधिकारी जगमोहन सोनी को रीलीव नहीं किया। वो भी तब ज वह आशासकी स्कूल में विज्ञप्ति निकालने के लिए घूस ले रहे थे।
उत्तराखंड के शिक्षा मंत्री के आदेश का न लागू करना उस समय भले की अल्मोड़ा के डीएम ने उचित न लगा हो, लेकिन आज उन्हे यह समाज आ गया होगा कि उसी दिन वह उन्हे रीलीव कर देते तो अच्छा रहता।