नई दिल्ली: कश्मीरी पंडितों के बेघर होने और बर्बरता की कहानी पर बनी फिल्म ‘शिकारा’ रिलीज के पहले से ही सुर्खियों में बनी हुई है। 7 फरवरी को फिल्म भी रिलीज कर दी गई। फिल्म की रिलीज को लेकर भी कम बवाल नहीं हुआ। मगर आज जब फिल्म रिलीज हो चुकी है तो भी शिकारा के निर्देशक पर आरोप है कि कश्मीरी पंडितों की पीड़ा जिन से वह गुजरे हैं, इस फ़िल्म में नहीं दिखाई गई है। साथ ही उन पर यह भी आरोप है कि फ़िल्म में कश्मीरी पंडितों को मुख्य भूमिकाओं में भी नहीं लिया गया है जबकि, मुस्लिमों को इस फिल्म में रोल दिए गए हैं।
दरअसल, एक कश्मीरी पंडित महिला ने शिकारा देखी लेकिन, फिल्म उनकी उम्मीदों पर खरी नहीं उतर पाई। इस वजह से महिला ने फिल्म के निर्देशक विधु विनोद चोपड़ा पर अपना गुस्सा निकाला। जिसका वीडियो भी वायरल हो रहा है। इस वीडियो में महिला का आरोप है कि फिल्म को काफी ज्यादा कॉमर्शिलाइज्ड कर दिया गया, जिस वजह से फिल्म में असल मुद्दा सही तरह से पेश नहीं किया जा सका है। महिला ने कहा, ये आपका कॉमर्शलिज्म आपको मुबारक हो। एक कश्मीरी पंडित होने के नाते मैं आपकी फिल्म पूरी तरह से अस्वीकार करती हूं। आपके द्वारा निर्मित की गई इस फिल्म पर मुझे शर्म आती है। उनका कहना है कि चोपड़ा ने कश्मीरी पंडितों के कष्टों का ध्रुवीकरण किया है।
महिला के अनुसार, ‘शिकारा’ फ़िल्म इस्लामिक कट्टरपंथी समूहों द्वारा किए गए नरसंहार, सामूहिक बलात्कार और सामूहिक हत्याओं सहित समुदाय की वास्तविक पीड़ा को चित्रित नहीं करता है।
जहाँ एक ओर महिला का ऐसा मानना है कि फिल्म में कश्मीरी पंडितों के संघर्ष को सही तरह से नहीं दिखाया गया है तो वहीं दूसरी ओर फिल्म के डायरेक्टर विधु विनोद चोपड़ा फिल्म का बचाव करते नजर आए। विधु ने कहा- ”हर एक सत्य के दो चेहरे होते हैं। एक ही मुद्दे पर लोगों की विपरीत राय का होना लाजमी है। हम आपके लिए शिकारा का सीक्वल बनाएंगे।” इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है इस पर लोग जमकर प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं।
वहीं फिल्म की बात करें तो शिकारा एक लव स्टोरी है जो कश्मीरी पंडितों की सच्ची घटना पर आधारित बताई जा रही है। फिल्म 7 फरवरी, 2020 को रिलीज की जा चुकी है। फिल्म में सादिया और आदिल खान जैसे न्यू कमर ने अभिनय किया है। फिल्म की कहानी शिव और शांति के इर्द गिर्द घूमती हुई नजर आती है जो कश्मीर की खूबसूरत वादियों में एक सीधा साधा जीवन बीता रहे होते हैं। लेकिन इन दोनों के लाइफ में उस वक्त भूचाल मचता है जब इन्हें कश्मीर घाटी से बाहर अपना आशियाना छोड़कर रिफ्यूजी कैंप में जाना पड़ता है।