पिथौरागढ़: सड़क की बदहाली को लेकर ग्रामीणों ने शासन-प्रशासन से सुधारीकरण के लिए कई बार मांग की, जब उनकी मांग की बार-बार उपेक्षा की गई तो, ग्रामीणों ने कुदाल-फावड़े लेकर खुद ही कार्य शुरू कर दिया।
दरअसल, पिथौरागढ़ जिला मुख्यालय से मात्र 4 किमी दूर सुकौली-गणकोट सड़क मार्ग का निर्माण बड़ी मशक्कत के बाद 2016 में विधायक निधि से करवाया गया, जो सड़क अब जी का जंजाल बनी हुई है। ग्रामीणों ने लगातार शासन-प्रशासन से सड़क का चौड़ीकरण और डामरीकरण करने की मांग की। साथ ही कई बार धरना-प्रर्दशन करने के बाद भी कोई ग्रामीणों की सुनने को तैयार नहीं हुआ। सड़क खराब होने की वजह से बीमार या गर्भवती महिलाओं को आज भी डोली पीठ में लाद कर पक्की सड़क तक पहुँचाया जा रहा है। जिस वजह से स्थानीय लोगों को समय पर उपचार नहीं मिल पाता। उपचार में देरी होने के कारण गांव में कई मौतें हो चुकी है।
इसके बाद ग्रामीणों ने खुद ही अपनी समस्या का समाधान करने की ठानी। हाथों में कुदाल-फावड़ा लिए ग्रामीण सड़क पर खुद ही उतर आये। वहीँ ग्रामीणों का कहना है कि, चुनाव के दौरान नेताओं ने ग्रामीणों के साथ सिर्फ छल किया। इसके बाद ग्रामीणों की मांगों को अनदेखा किया है।