देहरादून: जनसंघर्ष मोर्चा कार्यकर्ताओं ने तहसील विकासनगर में मोर्चा अध्यक्ष एवं जीएमवीएन के पूर्व उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी के नेतृत्व में तहसील घेराव कर महामहिम राज्यपाल को सम्बोधित ज्ञापन तहसीलदार विकासनगर प्रकाश शाह को सौंपा, जिसमें जहरीली शराब काण्ड में हुई मौतों के मामले में सरकार की बर्खास्तगी की मांग की गयी।
नेगी ने कहा कि हरिद्वार जनपद के भगवानपुर क्षेत्रान्तर्गत जहरीली शराब पीने से हुई सौ से अधिक लोगों की मौत को मौत का नाम देना नाकाफी है, बल्कि ये एक तरह से हत्याकांड है, जिसके लिए पुलिस-प्रशासन से ज्यादा सरकार दोषी है। इस कांड से उत्तराखण्ड को पूरे देश में शर्मशार होना पड़ा है।
नेगी ने कहा है कि, मोर्चा लगातार सरकार के शराब माफियाओं से सांठगांठ को लेकर लगभग डेढ़ वर्ष से आन्दोलित है तथा सीएम त्रिवेन्द्र रावत के शराब माफियाओं से सम्बन्ध एवं माफियाओं के हक में शराब नीति बनाने को लेकर भी मोर्चा पहले भी मांग उठा चुका है, लेकिन इन मौतों ने सरकार की शराब माफियाओं से यारी (दोस्ती) की पोल खोल दी है। सरकार अगर जिम्मेदारी से काम करती तो प्रदेश में शराब की अवैध भट्टियाँ स्थापित न होती और न ही ये काण्ड होता।
उल्लेखनीय है कि सरकार की सरपरस्ती में पुलिस-प्रशासन की नाक के नीचे अवैध कारोबार चल रहे हैं तथा शराब बनाये जाने की अवैध फैक्ट्रीयाँ लगी हैं, लेकिन पुलिस-प्रशासन सिर्फ चैथ वसूली तक सीमित है तथा इनको लोगों के जानमाल से कोई लेना देना नहीं है। सरकार रोजाना जीरो टोलरेंश की बड़ी-बड़ी बातें करती है, लेकिन इस घटना ने सरकार के जीरो टोलरेंश की धज्जियाँ उड़ा कर रख दी हैं। मोर्चा ने महामहिम राज्यपाल से सरकार की बर्खास्तगी की मांग की।