नई दिल्ली: पूर्व इकोनॉमिक अफेयर्स सेक्रेटरी शक्तिकांत दास ने बुधवार को रिजर्व बैंक के गवर्नर का पद संभाल लिया है। बता दें कि शक्तिकांत दास ने उन्होंने उर्जित पटेल की जगह ली है, जिन्होंने गवर्नैंस और केंद्रीय बैंक की स्वायत्तता से संबंधित मुद्दों पर सरकार के साथ टकराव के बीच अचानक इस्तीफा दे दिया था। इस प्रकार शक्तिकांत दास आरबीआई के 25वें गवर्नर बन गए हैं।
शशिकांत दास ने एक ट्वीट में जानकारी देते हुए बताया कि ‘आरबीआई गवर्नर के तौर पर चार्ज संभाल लिया है। हर किसी को शुभकामनाओं के लिए धन्यवाद।’
भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के पूर्व अधिकारी शक्तिकांत दास की पहचान एक ऐसे नौकरशाह के तौर पर है, जिन्होंने केन्द्र में तीन अलग-अलग वित्तमंत्रियों के साथ सहजता के साथ काम किया। शक्तिकांत दास को कार्य-क्रियान्वयन में दक्ष और टीम का व्यक्ति माना जाना जाता है। इस लिहाज से उन्हें भारतीय रिजर्व बैंक गवर्नर के पद के लिए उन्हें एक उपयुक्त चयन माना जा सकता है। उदारीकरण के पिछले तीन दशक में यह पहला मौका है जब वित्त मंत्रालय के साथ तनाव के बीच किसी गवर्नर ने त्यागपत्र दिया है। उन्होंने खुद ट्विट कर अपने कार्यभार संभालने की जानकारी दी।
वर्ष 1980 बैच तमिलनाडु काडर के आईएएस अधिकारी दास दिल्ली विश्वविद्यालय से इतिहास में स्नात्कोत्तर है। अपने 37 वर्ष लंबे कार्यकाल में वह राज्य अथवा केन्द्र में ज्यादातर आर्थिक एवं वित्त विभागों में ही तैनात रहे।
नवंबर 2016 में नोटबंदी की घोषणा के समय ज्यादातर शक्तिकांत दास ही मीडिया के सामने आते थे। वित्त मंत्रालय में वह पहली बार 2008 में संयुक्त सचिव के तौर पर आये जब पी चिदंबरम वित्त मंत्री थे।