हैदराबाद: इन दिनों सोशल मीडिया पर एक हैशटैग RIPPriyankaReddy काफी तेजी से ट्रेंड में चल रहा है। दरअसल, यह हैदराबाद की पशु चिकित्सक प्रियंका रेड्डी को न्याय दिलाने की मुहिम से जुड़ा है। बता दें कि प्रियंका की जली हुई लाश शहर के बाहरी इलाके शादनगर के अंडरपास के पास मिली थी।
जानकारी के अनुसार, हत्या से पहले प्रियंका ने अपनी बहन को फोन किया था। इसके बाद फोन बंद हो गया और उसकी जली हुई लाश पुलिस ने शहर के बाहर से बरामद की। रंगारेड्डी इलाके के स्थानीय लोगों ने डॉक्टर प्रियंका को न्याय दिलाने के लिए कैंडिल मार्च निकालने का ऐलान किया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, डॉक्टर प्रियंका की हत्या की गुत्थी को सुलझाने के लिए हैदराबाद पुलिस ने एक लॉरी चालक और उसके सहायक को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। दोनों ही आंध्रप्रदेश के अनंतपुर के रहने वाले हैं।
दरअसल, शमशाबाद के गाचीबोवली इलाके की रहने वाली पशु चिकित्सक प्रियंका रेड्डी बुधवार को कोल्लुरु स्थित पशु चिकित्सालय गई थीं। जहाँ उन्होंने अपनी स्कूटी को शादनगर के टोल प्लाजा के पास पार्क कर दी थी। रात में जब वह लौटीं तो उन्हें स्कूटी पंक्चर मिली। इस पर उन्होंने अपनी बहन को फोन किया और बताया कि मुझे डर लग रहा है। प्रियंका की बात सुनकर बहन ने टोल प्लाजा जाने और कैब से आने की बात कही। वहीं प्रियंका रेड्डी ने बहन से यह भी कहा कि कुछ लोगों ने उसे मदद की पेशकश की है और थोड़ी देर बाद कॉल करने की बात कही। हालांकि इसके बाद से ही प्रियंका का मोबाइल फोन बंद हो गया।
National Commission for Women Chairperson, on woman veterinary doctor sexually assaulted & murdered in Telangana: A member of NCW is going there,she'll assist the bereaved family&provide them all help. She'll coordinate with police & see that action is taken as soon as possible. https://t.co/4SF8dvDWAj
— ANI (@ANI) November 29, 2019
राष्ट्रीय महिला आयोग ने जताई नाराजगी
तेलंगाना में एक महिला पशु चिकित्सक की हत्या के इस मामले को लेकर राष्ट्रीय महिला आयोग ने अपनी नाराजगी जाहिर की है। आयोग अध्यक्ष रेखा शर्मा ने मीडिया से कहा कि ऐसा लगता है कि सड़कों पर भेड़िये खुले घूम रहे हैं, जो सिर्फ एक महिला पर झपटा मारने के लिए इंतजार कर रहे हैं। पशु चिकित्सक की हत्या के दोषियों से जल्द गिरफ्तार कर उन्हें फांसी दी जानी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि आयोग का एक सदस्य वहां जाएगा और पीड़ित परिवार की हरसंभव मदद करेगा। वह पुलिस के साथ समन्वय कर देखेगा की इस मामले में जल्द से जल्द कार्रवाई हो।