हल्द्वानी: हल्द्वानी से टनकपुर जा रही रोडवेज की बस को शेर नाले का तेज बहाव अपने साथ बहा ले गया। इससे बस में 28 यात्री सवार थे। रोडवेज की यह लापरवाही 28 लोगों की जान ले सकती थी। और तो और बस के ड्राइवर-कंडक्टर लोगों को बचाने में मदद करने के बजाय मौके से फरार हो गए। गनीतम रही कि मौके पर नाला पार करने के लिए मौजूद लोगों ने किसी तरह बस में सवार 28 लोगों की जान बचाई।
कोठगादाम की लाल बस यानि जेएनयूआरएम की खटारा बस यात्रियों को लेकर टनकपुर के लिए निकली थी। रास्ते में शेर नाला पड़ता है। बरसात के कारण यह नाला हर साल की तरह इस बार भी भयंकर उफान पर था। नाले के दोनों ओर वाहनों का लंबा तांता लगा हुआ था। इस बीच वहां पंहुची रोडवेज की बस संख्या के ड्राइवर-कंडक्टर ने यूके-04-पीए-0240 ने बिना स्थिति को परखे सीधे बस को उफनाए नाले से पार कराने के लिए दौड़ा दिया। बीच नाले पर पंहुचते ही बस बहने लगी। वहां मौजूद लोगों ने किसी तरह बस में सवार लोगों को बाहर निकाला। पुलिस को भी सूचना दी। गनीमत यह रही कि बस थोड़ी दूर बहने के बाद रुक गई। इस बीच पुलिस को भी जानकारी दी गई।
लापरवाही से बस को उफनते नाले के बीच लेजाने वाले ड्राइवर-कंडक्टर ने मौका देखते ही वहां से दौड़ लगा दी और फरार हो गए। इतना बड़ा हादसा होने के बावजूद रोडवेज को कोई बड़ा अधिकारी मौके पर नहीं पंहुचा। अधिकारियों की मानें तो ड्राइवर-कंडक्टर पर कार्रवाई की जाएगी।