रुद्रप्रयाग: शुक्रवार को सोशियल मीडिया पर हुई समुदाय विशेष की टिप्पणियों को लेकर अगस्त्यमुनि में हुए उग्र प्रदर्शन के बाद शनिवार को माहौल शन्तिपूर्ण रहा। पूरे घटनाक्रम में पुलिस की लापरवाहियों के बाद शनिवार को पुलिस अधीक्षक ने प्रेस वार्ता कर मामले को रखा। वहीं रुद्रप्रयाग तहसील क्षेत्र में धारा 144 लागू कर दी गयी है और सुरक्षा के मदेनजर तिलवाडा, अगस्त्यमुनि व रुद्रप्रयाग में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। उग्र प्रदर्शन व आगजनी के मामले में पुलिस ने तीन अभियोग पंजीकृत कर दिये हैं। वहीं मामले में पीडित लडकी ने बीती देर रात अपने बयान पुलिस के सामने दर्ज करवा दिये हैं। जिसके आधार पर पुलिस ने तीन आरोपियों पर एक्ट के साथ ही अन्य धाराओं में भी अभियोग पंजीकृत कर दिये हैं। साथ ही तोडफोड आगजनी, सोशियल मीडिया पर गलत अफवाह फैलाने के मामले में सात अन्य लोगों को हिरासत में ले लिया गया है। वहीं अन्य नामजद अभियुक्तों की गिरफतारी के लिए पुलिस टीमें रवाना कर दी गयी हैं।
वहीं इस मामले पर एसपी पीएन मीणा ने बताया कि, मामले को सामप्रदायिक रंग दिया गया, जिसके चलते प्रदर्शन उग्र हुआ व तोडफोड तथा आगजनी की घटनाएं हुई। उन्होंने कहा कि शान्ति व्यवस्था बनाने के लिए स्थानीय लोगों को भी सहयोग करना होगा और साथ ही कहा कि, पुलिस असामाजिक तत्वों को किसी भी दशा में बख्शने वाली नहीं है। पूरे घटनाक्रम के विडियो फुटेज खंगाले जा रहे हैं और असामाजिक तत्वों की गिरफ्तारी को लेकर दबिश दी जा रही है। जिसके लिए पूरे जिले की सीमाओं को सील कर दिया गया है और कस्बों में पुलिस बैरियर बना दिये गये हैं। इसके आलावा पुलिस की गस्तों को बढ़ा दिया गया है। एसपी ने कहा कि मामले को लेकर पुलिस की लापरवाहियों की भी अलग से जांच की जा रही है और जांच में पुलिस की लापरवाही मिलती है तो पुलिसकर्मियों पर भी दण्डात्मक कार्यवाही अमल में लायी जायेगी। उन्होंने आम जनता से भी अपील की है कि, मामले की गम्भीरता को समझें व अफवाहों पर ध्यान ना दें। साथ ही सोशियल मीडिया पर भी विशेष टीम लगातार नजर बनाये हुए है और गलत व आपतिजनक पोस्ट करने वालों पर पुलिस पैनी निगाह बनाये हुए है। यही नहीं शहरों में पुलिस द्वारा फलैग मार्च भी निकाला जा रहा है और सम्भावित शहरों को छावनी के रुप में तब्दील किया जा चुका है।