कोटद्वार: जय उत्तराखंड को अपना सलाम बनाने वाले राज्य के वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी और उत्तराखंड क्रांति दल के संस्थापक सदस्य वरिष्ठ नेता नन्दन सिंह रावत का आज निधन हो गया। उनके निधन से राज्य आंदोलनकारियों सहित पूरे क्षेत्र में शोक की लहर है। उत्तराखण्ड आंदोलन के दौरान 1994 में उनके पूरे परिवार प्रताड़ित किया गया था। उन्होंने उत्तराखंड राज्य प्राप्ति के लिए दो दर्जन से अधिक जेल यात्राएं भी की थी।
नंदन सिंह रावत ऐसा नाम था, जिनका जय उत्तराखंड का नारा सुनते ही अधिकारी हों या फिर किसी दूसरे दल का नेता, अपनी कुर्सी छोड़ कर उनके सम्मान में खड़े हो जाते थे। राज्य आंदोलन का नेतृत्व करने वाले नंदन सिंह रावत समाज सेवा में दिन-रात लगे रहते थे। वे सामाजिक आंदोलन में प्रमुखता से खड़े रहते थे।
नन्दन सिंह रावत पिछले दो माह से पैर में आई चोट के कारण गैंगरीन से पीड़ित थे। इस बीमारी के चलते उन्होंने आज सुबह साढ़े 11 बजे अंतिम सांस ली। उनका अन्तिम संस्कार मंगलवार को किया जायेगा। उनके निधन पर शोक व्यक्त करने वालों का उनके घर कौड़िया में तांता लगा हुआ है।