देहरादून: भारतीय सैन्य अकादमी (आईएमए) से पासआउट होकर शनिवार को 347 जांबाज अफसर भारतीय सेना का हिस्सा बन गए। इस साल मित्र राष्ट्रों के 80 कैडेट्स भी पासआउट हुए हैं। उपसेना प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल देवराज अन्बु करीब साढ़े नौ बजे परेड स्थल पर पहुंचे और परेड की सलामी ली। इसके बाद बहादुर कैडेट्स को पुरस्कृत किया गया।
इस दौरान कैडेट अर्जुन ठाकुर को स्वार्ड ऑफ ऑनर सम्मान दिया गया। अकादमी अंडर ऑफिसर अर्जुन ठाकुर को ही गोल्ड मेडल भी दिया गया। चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ बैनर सैंगरों कंपनी को दिया गया। शनिवार को सुबह आईएमए की ऐतिहासिक चेटवुड बिल्डिंग के सामने मैदान में ड्रिल स्क्वायर पर कदमताल करते हुए 427 जेंटलमैन कैडेट्स अंतिम पग पार कर सेना में अफसर बन गए। इस दौरान इन कैडेट्स पर हवाई पुष्प वर्षा की गई। बता दें कि दो साल की कड़ी ट्रेनिंग के बाद ये युवा भारतीय सेना में अफसर बनते हैं।
इनके साथ 80 विदेशी जीसी भी शामिल हैं। जैसे ही जीसी ने अंतिम पग पार किया, ईएमए के इतिहास में देश को 61,077 अफसर देने का रिकॉर्ड जुड़ गया। इसमें 2182 विदेशी जेंटलमैन कैडेट्स भी शामिल हैं। इस दौरान इन युवा अफसरों के परिजन भी आईएमए में मौजूद रहे।