अमृतसर: पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई (ISI) के लिए जासूसी करने के आरोप में अमृतसर पुलिस ने एक सेना के जवान को गिरफ्तार किया है। पुलिस की मानें तो जवान के पास से कई फोटो, तीन मोबाइल, भारतीय सेना का ट्रेनिंग मैनुअल, भारतीय सेना की मूवमेंट डिटेल, मिलिट्री एरिया की संवेदनशील जानकारी से जुड़े दस्तावेज बरामद किए गए हैं। फिलहाल पुलिस पकड़े गए जवान से पूछताछ कर रही है।
व्हाट्सएप के माध्यम से आया था ISI के संपर्क में
मीडिया खबरों के अनुसार, भारत-पाकिस्तान सीमा के साथ सटे गांव महावा का रहने मलकीयत डेढ़ साल पहले ही फौज में भर्ती हुआ था। 6 राष्ट्रीय राइफल्स में तैनात सिपाही मलकीयत सिंह की पोस्टिंग जम्मू-कश्मीर में है। एसएसपी विक्रम सिंह दुग्गल की मानें तो आरोपित व्हाट्सएप और मेल के माध्यम से पाकिस्तान के कुख्यात तस्करों और पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के संपर्क में था। मलकीयत सिंह इन एजेंटों को सेना की अति संवेदनशील छावनियों की फोटो, सेना के ट्रेनिंग कैंपों और महत्वपूर्ण ठिकानों के नक्शों की जानकारी देता था।
ISI को सौंपने वाला था खुफिया दस्तावेज
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, दुग्गल ने बताया कि पुलिस की खुफिया शाखा को सूचना मिली थी कि मलकीयत सिंह सेना के कुछ दस्तावेजों को अमृतसर और अजनाला सेक्टर के माध्यम से पाकिस्तान की खतरनाक एजेंसी ISI को सौंपने वाला है। इससे देश की सेना को काफी खतरा हो सकता है। इसी आधार पर पुलिस ने महावा गांव में ही ट्रेप लगाकर आरोपित को धर लिया। तलाशी के दौरान मलकीयत सिंह के कब्जे से तीन मोबाइल, सेना की मूवमेंट डिटेल्स, कुछ फोटोग्राफ, भारतीय फौज का ट्रेनिंग मेनुअल, सेना के इलाकों की खुफिया जानकारियां और कुछ नक्शे बरामद किए।
भारतीय खुफियां एजेंसियों भी करेंगी पूछताछ
रिपोर्ट्स के मुताबिक, पूछताछ में आरोपित ने स्वीकार किया है कि वह पिछले डेढ़ साल से सोशल मीडिया के जरिए ISI के किसी एजेंट के संपर्क में आया था। इसके बाद उसने सोशल मीडिया के जरिए उनसे नजदीकियां बढ़ानी शुरू कर दीं। उसी एजेंट के जरिए उसे (मलकीयत सिंह) दोनों देशों की सीमाओं पर बसे गांवों में रहने वाले तस्करों के नाम मिले। जिनके जरिए वह आने वाले दिनों में हेरोइन, जाली करंसी और हथियारों की तस्करी को अंजाम देने वाला था। बता दें कि पाक एजेंट की गिरफ्तारी के बाद देश की सुरक्षा में जुटी भारतीय खुफियां एजेंसियों के अधिकारी भी आरोपित मलकीयत सिंह से पूछताछ के लिए घिंरडा थाने पहुंच गए।