उत्तरकाशी: जिले के पौराणिक, धार्मिक एवं सांस्कृतिक विकास मेले के दूसरे दिन बाड़ाहाट के आराध्य देव कंडार देवता की भव्य शोभा यात्रा निकाली गई जिसमें कंडार देवता की भोगमूर्ति को हाथी के प्रतिरूप पर बिठाकर पंच पंडौ एवं स्थानीय ग्रामीणों के साथ पूरे बाड़ाहाट क्षेत्र में यात्रा कराई गई। जो माघ मेले के मेलार्थियों एवं नगर वासियों के लिए आकर्षण का केन्द्र बनी रही।
पंच पांडौ आयोजन समिति की ओर से माघ मेले के दूसरे दिन बाड़ाहाट क्षेत्र के अधिपति कंडार देवता की भोग मूर्ति को देवता की थात चमाला की चौंरी में हाथी के प्रतिरूप पर बिठाया गया। जहां पर कंडार देवता की विधि विधान से पूजा अर्चना करने के बाद पांच पांडव व क्षेत्र के सैकड़ों ग्रामीणों की मौजदूगी में भव्य शोभा यात्रा निकाली गई। जिसमें ग्रामीण ढ़ोल दमाऊ की थाप पर नृत्य करते हुए शोभा यात्रा के साथ विश्वनाथ चौक, हनुमान चौक से मैन बाजार होते हुए मणिकर्णिका घाट पहुंचे। जहां पर देवता का स्नान करा कर विधिवत पूजा अर्चना की गई। वहीं इस मौके पर साथ में आये पांडवों ने भी यज्ञ अनुष्ठान कर कंडार देवता की पूजा अर्चना की। इसके बाद यात्रा मेला प्रागंण पहुंची, जहां पर स्थानीय ग्रामीण महिलाओं, पुरूषो एवं पांडवों ने देवता के साथ नृत्य प्रस्तुत किया। जो पूरे पंडाल व माध मेले मे आये दर्शकों के लिए आकर्षण का केन्द्र बनी रही।