पिथौरागढ़: पुलवामा के शहीदों के परिवारों के लिए हर किसी का दिल रो रहा है। ये ऐसा जख्म है, जिसने आम से खास और बढ़ों से बच्चों तक को झकजोर कर रख दिया। देश शहीदों के परिवारों को हौसला दे रहा है कि वो अकेले नहीं हैं। पूरा देश उनके साथ खड़ा है। हर ओर से मदद के हाथ बढ़ रहे हैं। कुछ ऐसा ही पिथौरागढ़ जिले के अति दुर्गम स्कूल राजकीय प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालय मेतली के बच्चों ने भी किया। बच्चों ने बड़ी सोच से छोटा प्रयास किया। गांव में घर-घर जाकर शहीदों के परिवारों के लिए लोगों से मदद जुटाई। लोग भी बच्चों के साथ हो लिए।
कश्मीर (पुलवामा) में शहीद हुए सैनिक परिवारों के सहायता के लिए प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालय मेतली के विद्यार्थियों और शिक्षकों ने जन यात्रा निकालकर स्वयं के अतिरिक्त ग्रामवासियों से भी सहायता राशि जुटायी। जमा राधि को मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री राहत कोष में जमा कराया जाएगा। बच्चों और शिक्षकों ने जो राशि जमा की। वहीं बहुत अधिक तो नहीं होगी, लेकिन उसके पीछे की सोच बहुत बड़ी है।
शिक्षक दिनेश रावत ने बताया कि शिक्षक तो अपनी ओर से देश के लिए बलिदान देने वाले सैनिकों के लिए सहायता राशि दे ही रहे हैं, लेकिन बच्चों ने भी इच्छा जाहिर की। उनकी भावनाओं का सम्मान करते हुए गांव में ही लोगों से सहयता राशि जमा की गई। उन्होंने कहा की जिन वीरों ने सर्वस्व न्योछावर किया, उनके प्रति बच्चों की यह सच्ची श्रद्धांजलि है।