नई दिल्ली: एससी-एसटी एक्ट में संशोधन के खिलाफ आंदोलन कर रहे सवर्ण संगठनों ने 6 सितंबर को भारत बंद का आह्वान किया है। तनाव के मद्देनजर मध्य प्रदेश में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। प्रदेश के पांच जिलों में धारा-144 लागू कर दिया गया है। इसमें ग्वालियर शहर, शिवपुरी और भिंड के साथ ही अशोकनगर और गुना में धारा-144 लागू की गई है। यह सात सितम्बर तक प्रभावी रहेगी। इसके साथ ही निजी शस्त्र लाइसेंस निलंबित कर दिए गए हैं। वहीं केंद्र सरकार ने भी सुरक्षा के कड़े इंतजाम करने के निर्देश जारी किये हैं। शिवराज कैबिनेट ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। इससे पहले मंगलवार को ग्वालियर में सवर्ण संगठनों ने शक्ति प्रदर्शन किया। इस दौरान सवर्णों ने ऐलान किया है कि न तो किसी दल को वोट देंगे और न ही नेताओं को अपने क्षेत्र में घुसने देंगे।
बता दें कि पिछले एक सप्ताह से इस कानून के खिलाफ मध्यप्रदेश के कई स्थानों में विरोध प्रदर्शन चल रहे हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ, कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया समेत कई नेताओं एवं मंत्रियों को काले झंडे भी दिखाए गए हैं।
गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने एससी/एसटी एक्ट को लेकर सु्प्रीम कोर्ट की ओर से सुनाए गए फैसले को पलट दिया था। जिसके बाद धीरे-धीरे सवर्णों में नाराजगी बढ़ने लगी। कई संगठनों ने सरकार पर दलितों के तुष्टिकरण का भी आरोप लगाया। बताया जा रहा है कि सवर्णों की नाराजगी अब बाकी राज्यों की ओर भी रुख करने लगी है।