बागेश्वर: जिले में राज्य सरकार द्वारा स्थापित सैनेटरी नैपकिन यूनिट बंद होने की कगार पर है। मार्केटिंग और बिक्री की समुचित व्यवस्था नहीं होने से इसे संचालित कर रही महिलाएँ खुद को ठगा सा महसूस कर रही है। ऐसे में इस यूनिट के भविष्य पर ही सवाल उठने लगे है।
बागेश्वर में महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से इसी साल फरवरी माह में सैनेटरी नैपकिन यूनिट की स्थापना की गयी थी। सरकार और प्रशासन की अनदेखी के चलते स्थापना के 6 महीने बाद ही अब ये यूनिट बंद होने की कगार पर है। मार्केटिंग की सही व्यवस्था नहीं होने से नैपकिन की बिक्री न के बराबर हो रही है। जिससे यहाँ काम कर रही महिलाऐं निराश है।
सरकार ने यूनिट के संचालन का काम स्थानीय महिला समूह को दिया है। शुरुआत में समूह की 7 महिलाओ ने इस यूनिट में काम करना शुरू किया। मगर यूनिट की खस्ता हालत और सरकार की बेरुखी को देख 4 महिलाओ ने यहाँ काम करना बंद कर दिया है। ऐसे में अब तक लापरवाह बना प्रशासन जल्द ही सब कुछ ठीक होने का दावा कर रहा है।
महिलाओ के स्वाथ्य के साथ ही उन्हें रोजगार से जोड़ने के लिए स्थापित सैनेटरी नैपकिन यूनिट की खस्ताहालीए सरकार की उन तमाम योजनाओ पर सवाल खड़े करती है। जो शुरू तो किसी अच्छे उद्देश्य के साथ होती हैए पर व्यवस्था की लापरवाही के कारण परवान नहीं चढ़ पाती है।