रुद्रप्रयाग: जनपद के मठ मंदिरों में आज भी कई ऐसे रहस्य छुपे हुए हैं जो अभी तक प्रचार प्रसार के अभाव में जग जाहिर नहीं हुए हैं। ऐसे ही रहस्यों से भरा है क्रोंच पर्वत कार्तिक स्वामी का मंदिर। जहां पर वन देवियों को श्रृंगार सामाग्री चडाने से सुहागिन स्त्रियों को पति की लम्बी आयु का वरदान मिलता है। उत्तर भारत में भगवान कार्तिकेय का यहां एक मात्र मन्दिर स्थित है जहां पर भगवान हडिडयों के ढांचे के रुप में विराजमान हैं। मान्यता है कि यहीं रास्ते में सैकडों की तादाद में वन देवियां विचरण करती रहती हैं। जिन्हें स्थानीय भाषा में आछरियां भी कहा जाता है। ये देवियां खुश रहने पर सौभाग्य का प्रतीक मानी जाती हैं तो रुष्ट होने पर शापित भी करती हैं। मान्यता है कि सुहागिन स्त्रियां अपने सौभाग्य को चिरायु रखने के लिए इनकी पूजा करती हैं और भेंट स्वरुप इन देवियों को श्रृंगार सामाग्री अर्पित करती हैं। अगर ये रुष्ट होती हैं तो सम्बन्धित व्यक्ति मानसिक रुप से विछिप्त भी हो जाता है। लेकिन सरकार की अनदेखी के चलते इन मंदिरों का विकास आज भी नहीं हो पाया हैं।