दिल्ली: सोमवार से कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ‘संविधान बचाओ’ नाम से एक अभियान की शुरुआत करने जा रहे हैं। इस देशव्यापी प्रचार अभियान की शुरुआत दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम से की जा रही है। भाजपा और आरएसएस पर विधिवत तरीके से संविधान को ‘नष्ट करने’ का आरोप लगाते हुए कांग्रेस अध्यक्ष ने इस अभियान की शुरुआत की है। इस अभियान का उद्देश्य जहां मोदी सरकार को घेरना है, वहीं राहुल समाज के सभी वर्गों तक पहुंचने की कोशिश भी कर रहे हैं। राहुल गांधी के इस अभियान को अगले लोकसभा चुनाव की तैयारियों से जोड़कर देखा जा रहा है। माना जा रहा है कि यह अभियान भाजपा के ‘ग्राम स्वराज अभियान’ के जवाब में आया है। भाजपा के अभियान के तहत प्रधानमंत्री मोदी ने पार्टी सांसदों और विधायकों से दलित बाहुल गांवों में एक रात गुजारने की अपील की है।
कांग्रेस का यह अभियान देश भर में अगले एक साल तक चलाया जाएगा। इस अभियान के तहत खासतौर पर इस बात पर जोर रहेगा कि भाजपा सरकार द्वारा दलितों के हकों को लेकर किस तरह से संविधान पर चोट की जा रही है। इस अभियान के जरिये माना जा रहा है कि 2019 के लोकसभा चुनाव और इसी साल कई राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष सरकार के खिलाफ माहौल तैयार करने में जुट गए हैं।
A movement has begun to stand in solidarity with the Dalits & other oppressed communities and to protect the values enshrined in our Constitution. Join us in protecting the idea of India. #SaveTheConstitution pic.twitter.com/Gl2D9aXYCr
— Congress (@INCIndia) April 23, 2018
SC/ST एक्ट में हुए बदलाव के विरोध में दलित भाइयों और बहनों के साथ खड़े होने के लिए और BJP/RSS की दलितों के प्रति भेदभाव की नीति को बेनक़ाब करने के लिए आज तालकटोरा मैदान में “संविधान बचाओ” रैली में शामिल हों।
आपकी भागीदारी और सहयोग की अपेक्षा है।#SaveTheConstitution
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) April 23, 2018