देहरादून: उत्तराखंड के पांचों सांसद अब तक कुल सांसद निधि का 58 प्रतिशत से लेकर 81प्रतिशत तक खर्च कर पाए हैं। इनमें सबसे अधिक राजलक्ष्मी ने 84प्रतिशत खर्च किया है। वहीं भगत सिंह कोश्यारी ने 81प्रतिशत, रमेश पोखरियाल निशंक ने 72प्रतिशत, अजय टम्टा ने 68प्रतिशत और सबसे कम भुवन चंद्र खंडूरी ने 58प्रतिशत राशि खर्च की।
यह जानकारी नैनीताल निवासी आरटीआई एक्टिविस्ट हेमंत सिंह की गोनियां ने सूचना के अधिकार के तहत प्राप्त की।
हेमंत ने चार बिंदुओं पर जानकारी मांगी थी। इसमें उत्तराखंड के सभी सांसदों के सांसद बनने से लेकर अब तक की कुल सांसद निधि की खर्च की जानकारी मांगी थी। वहीं इन सांसदों की प्रत्येक वर्ष में जो विकास कार्यों में सांसद निधि खर्च हुई वर्ष वार उसकी सूचना मांगी थी। इसके अलावा उन्होंने पूछा था कि प्रत्येक सांसद को अपने कार्यकाल में शासन से कितना रुपया मिलता है। साथ ही जानकारी मांगी थी कि सांसद निधि के अलावा विकास कार्यों के लिए और किन किन मदों से धन आवंटित होता है।
सूचना के अधिकार के तहत जानकारी मिली कि, प्रत्येक विधायक को विधायक निधि के अंतर्गत प्रत्येक वर्ष 375 लाख की धनराशि अवमुक्त की जाती है। वहीं प्रत्येक लोकसभा और राज्यसभा सांसद को सांसद निधि के अंतर्गत प्रतिवर्ष भारत सरकार से 500 लाख की धनराशि अवमुक्त की जाती है।